बवासीर (Piles) की दिक्कत से कई महिलाएं जूझ रही हैं। इसका सही समय पर इलाज होना है बेहद ज़रूरी है। चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद कई महिलाओं ने बवासीर की शिकायत बताई। उनका कहना है कि इस दौरान उनके निचले हिस्से में काफी तकलीफ रहती है और लैटरीन करते समय खून भी आता है और दर्द भी होता है।
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इन महिलाओं का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र की तरफ से उन्हें बवासीर को लेकर जागरूक करना चाहिए जिसे उन्हें भी इस बीमारी के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी मिल पाए।
चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार पांडे ने बताया कि बवासीर एक ऐसी बीमारी है, जो बेहद तकलीफदेह होती है। इसमें गुदा (Anus) के अंदर और बाहर तथा मलाशय (Rectum) के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है। करीब 60 फीसदी लोगों को उम्र के किसी न किसी पड़ाव में बवासीर की समस्या होती है। रोगी को सही समय पर पाइल्स का इलाज कराना बेहद ज़रूरी होता है। समय पर बवासीर का उपचार नहीं कराया गया तो तकलीफ काफी बढ़ जाती है।
ये समस्या खासकर के गर्भवती महिलाओं में भी देखी जाती है, इसलिए ज़रूरी है कि जैसे ही उन्हें पाइल्स के लक्षण दिखाई दें वो डॉक्टर से संपर्क करें।
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