वो कहते हैं ना कला शिक्षा की मोहताज नहीं होती। गांव कोलमजरा, जिला चित्रकूट के बहेलिया समुदाय की महिलाएं अनेक प्रकार का हुनर रखती हैं। वह जंगल से खजूर के पत्ते काट कर लाती हैं और फिर उसको सूखा कर, उनसे चटाई बनाती हैं। यह हुनर इन महिलाओं ने अपने पुरखों से सीखा है। जिसे वह अब तक जीवित रखी हुई हैं।
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