खबर लहरिया Blog First batch of women graduate from NDA: एनडीए से पहली बार 17 महिला कैडेट्स ने की ग्रेजुएशन, रचा इतिहास

First batch of women graduate from NDA: एनडीए से पहली बार 17 महिला कैडेट्स ने की ग्रेजुएशन, रचा इतिहास

पुणे की नेशनल डिफेंस अकैडमी (NDA) से गुरुवार, 29 मई 2025 को पहली बार 17 महिला कैडेट्स ने ग्रेजुएशन पूरा किया। यह एक ऐतिहासिक मौका था क्योंकि इससे पहले एनडीए में सिर्फ लड़कों को ही ट्रेनिंग दी जाती थी।

Women graduates in the first batch from NDA

एनडीए से पहले बैच में ग्रेजुएट महिलाएं

लेखन-हिंदुजा 

(NDA) एनडीए सेना, नौसेना और वायुसेना के लिए अफसरों की ट्रेनिंग करता है। इस बार एनडीए के 148वें कोर्स के 339 कैडेट्स को डिग्री दी गई। महिला कैडेट्स की यह पहली बैच थी, जो जुलाई-अगस्त 2022 में एनडीए में शामिल हुई थी।

(NDA) एनडीए से पहली बार महिला कैडेट्स की बैच ने ग्रेजुएशन की है। इनमें से डिविजन कैडेट कैप्टन श्रीति दक्ष ने आर्ट्स स्ट्रीम में पहला स्थान हासिल कर अकादमिक टॉपर बनने का गौरव हासिल किया। ये महिला कैडेट्स जुलाई-अगस्त 2022 में (NDA) एनडीए के 148वें कोर्स के तहत शामिल हुई थीं।

इस बार कुल 339 कैडेट्स को डिग्रियां दी गईं। इनमें 84 कैडेट्स साइंस स्ट्रीम से, 85 कंप्यूटर साइंस से और 59 आर्ट्स स्ट्रीम से ग्रेजुएट हुए, जिन्हें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से डिग्रियां दी गईं। वहीं, नौसेना और वायुसेना के 111 बीटेक कैडेट्स को तीन साल का कोर्स पूरा करने का सर्टिफिकेट मिला। इन कैडेट्स को बीटेक की डिग्री एक साल की और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद दी जाएगी — जो कि इंडियन नेवल अकादमी (एझीमाला, केरल) और एयरफोर्स अकादमी (डुंडीगल) में होगी।

हर साल (NDA) एनडीए से दो बैच पासआउट होते हैं। महाराष्ट्र के खूबसूरत पश्चिमी घाटों में बसी यह अकैडमी देश की सबसे बड़ी और खास सैन्य ट्रेनिंग अकैडमी मानी जाती है। यहां से पासआउट होने के बाद कैडेट्स अपनी-अपनी सेना की अकैडमी में एक साल की और ट्रेनिंग लेते हैं — जैसे देहरादून की इंडियन मिलिट्री अकैडमी, केरल की नेवल अकैडमी और डुंडीगल की एयरफोर्स अकैडमी।

महिलाओं की एनडीए में एंट्री का रास्ता अगस्त 2021 में खुला, जब सुप्रीम कोर्ट ने UPSC को महिलाओं को भी एनडीए की परीक्षा में बैठने की इजाजत देने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा था कि यह फैसला अभी अंतरिम है, और आगे का एडमिशन कोर्ट के फाइनल फैसले पर निर्भर करेगा।

 

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