जिला महोबा ब्लाक जैतपुर गांव मौहरी में बसंत पंचमी के दिन काफ़ी उत्साह देखने को मिलता है। इस दिन लोग ढोल-मंजीरा के साथ बसंत पंचमी के गाने गाते हैं और खूब सारा मनोरंजन करते हैं। गाँव की महिलाओं का कहना है कि इस त्योहार में वातावरण का एक नया रूप देखने को मिलता है। बाग़-बगीचे, फसल, खेत-खलिहान सब झूमते हुए नज़र आते हैं। सब नया-नया सा लगता है। लोगों में यह मानयता है कि इस दिन रिश्ता जोड़ना और गोद भराई करना बहुत शुभ होता है।
गाँव की महिला कल्ली का कहना है कि जब वह भंवरों को फूलों पर मंडराते हुए देखती हैं तो उनके दिल को बहुत ख़ुशी मिलती है। पान कुमारी कहती हैं कि वह आज के दिन से आम की खीर बनाना शुरू करती हैं। ठंडी पुरवाई हवा जब गालों को छूते हुई निकलती है तो एहसास होता है कि अब ठण्ड भी जाने को है। बसंत पंचमी के इस मौसम में सब झूमते और गाते हुए ही नज़र आते हैं।