खबर लहरिया मेरी जमीन, मेरी पहचान

6 में से सिर्फ 1 ग्रामीण भारतीय महिला के पास अपनी ज़मीन है

इसे बदलने के लिए वुमैनिटी खबर लहरिया के साथ साझेदारी कर रही है।

मेरी जमीन, मेरी पहचान

हम आर्टिकल्स, वीडियो, सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के ज़रिये से, लोगों के बीच महिलाओं के भूमि अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाएंगे। इसमें खेती और कृषि में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान पर चर्चा करने के लिए भूमि विशेषज्ञों और किसानों के साथ बातचीत शामिल होगी। और यह भी बताएंगे कि ये कैसे महिला, पुरुष और परिवार के लिए फायदे मंद है, इस प्रक्रिया में सभी की क्या भूमिका है और इसकी क्या अवशकता है।

आपके सवालों के जवाब | FAQ

इस FAQ सेक्शन में आपको मिलेंगे खेती, किसानी, ज़मीनी अधिकार, सरकारी योजनाएँ और महिला किसानों के अधिकारों से जुड़े आपके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब।

भूमि मजदूरों से ज़मींदारों तक: उन महिलाओं से मिलें जिन्होंने इसे संभव बनाया, उन महिलाओं से मिलें जो मजदूर से जमींदार बनीं

लोग पहले मुझे एक मजदूर के रूप में देखते थे, लेकिन अब वे मुझे एक किसान के रूप में देखते हैं।

सेवाती बाई, किसान कोठी गांव, छत्तीसगढ़

मेरे परिवार के पास 15 एकड़ ज़मीन है, और पहले मैं कभी-कभार निराई व देख-रेख के लिए भी जाती थी। अब मुझे समझ आ गया है कि ज़मीन एक पारिवारिक संपत्ति है और निर्णय लेने में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। इसलिए, मैंने अपने लिए आधी एकड़ जमीन लेने का फैसला किया है, जहां मैं सारे फैसले लुंगी।

संगीता चौधरी भेंडाला गाँव, नागपुर, महाराष्ट्र

मेरे पास 5 एकड़ जमीन है, और पिछले कुछ सालों से ही मैं सक्रिय रूप से खेती में लगी हूँ और अपनी ज़मीन की सुरक्षा कर रही हूँ। हालांकि मेरा नाम भूमि स्वामित्व दस्तावेज पर नहीं है, लेकिन ज़मीन मेरे कब्जे में है, और मैं अकेले ही इसे देखती हूँ।

कुमुदिनी धोले चंपा, नागपुर, महाराष्ट्र

मैं यही कहूंगी कि इस भूमि ने मुझे जीवन दिया है; इसके बिना, मैं शायद अपने पति की तरह ही आत्महत्या करके मर जाती। खेती हमारे खून में है, और जब मैं अपने खेत में कदम रखती हूं, तो मैं अपनी सारी चिंताएं भूल जाती हूं। मिट्टी, फसलें, पक्षी और कीड़े मुझे गाली नहीं देते या ताना नहीं मारते। मुझे उनके साथ में खुशी मिलती है।

सरिता वैरागड़े अकोला जिला, महाराष्ट्र

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वुमैनिटी के बारे में

खबर लहरिया वुमैनिटी के साथ मिलकर महिलाओं के ज़मीनी अधिकारों पर इस पहल के साथ प्रकाश डाल रहा है। वुमैनिटी महिला अधिकार संगठनों का समर्थन करती है और बड़े स्तर पर प्रभाव डालने वाली पहलों में निवेश करती है जो बदलाव लाने के साथ दुनिया भर में लैंगिक समानता से निपटने का काम करते हैं। देयर लैंड फॉर वीमेन प्रोग्राम का उद्देश्य महिलाओं के लिए भूमि स्वामित्व की परिवर्तनकारी शक्ति को खोलना है, खासतौर से ग्रामीण भारत में।