जिला बांदा ब्लॉक बड़ोखर खुर्द गांव डिगवाही की रहने वाली कमलेश देवी अपनी खेती की वजह से काफ़ी मशहूर हैं। उससे कमलेश ने अपने गांव का नाम भी रोशन किया। वह बताती है कि खेती से उनकी ज़िंदगी मे पहले से बहुत बदलाव आया है। उन्होंने ऐसे भी दिन देखें हैं जब उनके घर में मिट्टी का तेल भी नहीं होता था और वह अंधेरे में खाना खाते थें। वह कहती हैं उन्होंने शुरू से किसानी ही की है।
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लेकिन खेती के लिए लिया हुआ कर्ज़ धीरे-धीरे उन पर इतना ज़्यादा हो गया कि दो-रोटी खाने के लिए भी पैसे नहीं बचे। फिर एक दिन उनकी एक समूह से मुलाकात हुई और वह उनके साथ जुड़ गए। आज वह राजीव गांधी ग्रामीण स्वयं सहायता समूह के साथ कई पदों पर काम करती हैं। समूह के ही ज़रिये कमलेश ने सब्ज़ी लगाने का प्रशिक्षण लिया।
अच्छी सब्ज़ियां उगाने की वजह से संस्था के अधिकारी द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया गया। बांदा के पूर्व डीएम हीरा लाल द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया। आज वह सब्ज़ी की खेती कर अपना नाम रोशन कर रही हैं। कमलेश की तरक्की से अब उसके पति द्वारा उसे रात में खेतों में काम करने से मना भी नहीं किया जाता। कई अखबारों और टीवी में भी कमलेश का नाम आ चुका है। सब उसकी कामयाबी से बहुत खुश हैं।
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