महिला के बेटे रामहित का कहना है कि “सुबह 8 बजे माँ अच्छा खासा घर का काम कर रही थी। मैं अपने खेत में जुताई का काम करने गया था। जब मैं खेत से वापस लौटा तो माँ कूलर के पास मृत्यु अवस्था में मिली। कूलर में करंट आया तभी ये हादसा हुआ है।
रिपोर्ट – श्यामकली
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के गांव केथौरा ब्लॉक जैतपुर में घर में कल बुधवार सुबह 10 बजे करंट लगने से 46 वर्षीय पुष्पा देवी की मृत्यु हो गई। उनके बेटे ने बताया कि उनकी माँ घर में लिपाई कर रही थी तब अचानक कूलर में करंट आने से उनकी मृत्यु हो गई। महिला के बेटे रामहित का कहना है कि “सुबह 8 बजे माँ अच्छा खासा घर का काम कर रही थी। मैं अपने खेत में जुताई का काम करने गया था। जब मैं खेत से वापस लौटा तो माँ कूलर के पास मृत्यु अवस्था में मिली। कूलर में करंट आया तभी ये हादसा हुआ है। घर में मेरी बहन और हम बचे हैं बस क्योंकि पिता की 5 साल पहले मृत्यु हो गई अब माँ के चले जाने से पता नहीं कैसे रहेंगे?”
बिजली का वोलटेज घटता- बढ़ता है
खबर लहरिया की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ गांव के लोगों ने बताया कि बार-बार बिजली के वोल्टेज में बदलाव की वजह से हादसा हुआ है। कभी वोल्टेज कम होता है तो कभी अचानक से बढ़ जाता है। ऊपर से इतनी भयंकर गर्मी है तो हर घर में कूलर पंखा चलता ही है। वोल्टेज की वजह से ही वहां करंट आया जिस वजह से करंट लगने से मौत हुई है।
गांव प्रधान जयसिंह अहिरवार का कहना
गांव के प्रधान जयसिंह अहिरवार ने बताया कि “मैं भी अपने खेत में था और जब पुष्पा देवी का लड़के ने मुझे बताया कि हमारी मम्मी को करंट लग गया तो तुरंत हम खेत से घर आए और घर से उसकी माँ को अस्पताल ले गए। अस्पताल में पुष्पा देवी को मृत घोषित कर दिया। करंट लगने से हाथ में और चेहरे पर बाएं तरफ जले के निशान थे।”
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतपुर के अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया है कि हमारे यहां 46 वर्षी पुष्पा देवी की डेड बॉडी आई थी। हमने जब तक देखा उनकी मृत्यु हो चुकी थी इसलिए कुछ इलाज नहीं किया गया।
पुलिस का कहना
वेद प्रताप अजनर थाना के दरोगा ने बताया कि महिला के मायके वालों और ससुराल वालों ने पोस्टमार्टम करने के लिए तैयार नहीं थे इसलिए गांव और प्रधान बाकी लोगों के साइन करवा लिए गए। बिना पोस्टमार्टम के ही उन्होंने गांव में ही दाह संस्कार किया। ये लड़ाई-झगडे से संबंधित कोई मामला नहीं है क्योंकि एक लड़का उसका जॉब करता है, पति नहीं है, एक लड़का और एक बिटिया गांव में रहतेहैं। इसलिए कुछ सुराग अभी तक नहीं मिले। किसी तरह के अगर मिलते हैं तो उसकी गहराई से जांच की जाएगी।
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