खबर लहरिया National काला धन किसके पास? द कविता शो

काला धन किसके पास? द कविता शो

23 मई 2023 से दो हजार रूपये के नोट बंद करने का आदेश केंद्र सरकार की तरफ से दे दिया गया है। इस खबर ने भारत की जनता को फिर से दहशत में डाल दिया है। भाजपा सरकार ने 8 नवंबर 2016 में 500 और 1000 के नोट बंद किए थे। सरकार ने कहा था ये नोट सरकार इसलिए बंद कर रही है क्योंकि इससे भ्रष्टाचार खत्म होगा और काला धन वापस आ जाएगा। जब काला धन वापस आ जाएगा तो जनता के खाते में 15 लाख रूपये सरकार जमा करवा देगी। लेकिन सब कुछ उल्टा हुआ।

सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए 2000 के नोट छापे और मार्केट में उतार दिया। जब पिछली बार नोट बंद हुए थे तब भी खूब हगामा हुआ था और इस बार भी फिर से वही हाल है। इस बार जनता से ज़्यादा विपक्ष के लोग सरकार को घेर लिए हैं। हालंकि इस बार ये नोट अचानक से नहीं बंद हुए है। कुछ महीनों ये नोट मार्केट में दिखे ही नहीं।

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जिनके पास दो हज़ार के नोट नहीं हैं वो तो मजे में हैं। चैन की नींद सोते हैं और जिनके पास ये नोट हैं समझो उनका खाना-पीना और सोना हराम है। इसलिए इस बार की नोटबंदी में आम जनता ज़्यादा परेशान नहीं दिख रही है क्योंकि उनके पास इतने बड़े नोट नहीं है। सरकार का ये ड्रामा नहीं समझ आता है कि नोट बंद करो तो काला धन वापस आ जाएगा व नए नोट छापने से तो भ्र्ष्टाचार खत्म हो जाएगा। सरकार कितना जनता को बेवकूफ समझती रही है न। काला धन वापस करके जनता के खाते में ये पैसा आना था लेकिन सरकार जनता को इतना उलझा रही है कि आप बाकी मुद्दों से भटक जाएं। आप बेरोज़गारी, भुखमरी, विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और पार्यावरण जैसे  मुद्दों की बात न करें व सरकार से सवाल न पूछे।

मैं अभिसार शर्मा का शो देख रही थी, एक जगह उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस के अखबार की कटिंग दिखाते हुए बताया कि 2000 का नोट जमा करने में कोई आईडी नहीं दिखानी होगी। न आधार कार्ड, न पहचान पत्र। अब बताईये अगर आप लोगों की पहचान ही छुपा रहे हैं तो सरकार को कैसे पता चलेगा कि किसके पास काला धन था।

अब सवाल ये भी उठता है कि जब सरकार को नोट बंद ही करना था तो शुरू ही क्यों किया था। अपने ही बनाये कानून पर अगर मोदी जी क्लीयर नहीं रहते हैं तो संविधान की कदर कैसे होगी? पहले घोटाला खत्म करने के लिए दो हज़ार का नोट बनाया। अब कह रहे हैं घोटाला दो हज़ार का नोट से भी होगा तो इसको बंद कर रहे है। मोदी जी जिनको घोटाला करना है वो एक-एक रूपये के सिक्के में भी करता है। नोट छपाओ फिर चालू कराओ फिर बंद कराओ ऐसा खेल बंद कर दीजिए। जनता का ध्यान मत भटकाइये। बेरोज़गारों को नौकरी दीजिए। प्यासों को पानी दीजिए और देश को बीमारी से मुक्त कर देश का विकास कराइए।

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