बुंदेलखंड जहाँ का नाम सुनते ही हमें बेरोजगारी, गरीबी और हाँ पानी की किल्लत सबसे ज्यादा नज़र आती है. लेकिन इसके समाधान के लिए 30 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘हर घर जल’ योजना की शुरुआत की. इसके अंतर्गत 2185 करोड़ रुपये की 12 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजना के निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया गया.
पहले चरण में बुंदेलखंड के तीन जिलों झांसी, ललितपुर और महोबा के 770 ग्राम पंचायतों को शुद्ध जल पहुंचाने की शुरुआत होगी. जल्द ही बुंदेलखंड के हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचेगा.
जल जीवन मिशन, उत्तर प्रदेश (हर-घर-जल) के अन्तर्गत प्रथम चरण में बुन्देलखंड में ₹2,185 करोड़ की 12 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कार्यों का शुभारंभ… https://t.co/Jo6dMMWL5m
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) June 30, 2020
आपको बता दें कि 10,131.92 करोड़ रुपये की इस योजना से बुंदेलखंड की 67 लाख ग्रामीण आबादी को नलों के जरिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। प्रदेश में ये योजना चार चरणों में पूरी की जानी है। इसके पहले चरण की शुरुआत बुंदेलखंड से हुई है। योजना के तहत बुंदेलखंड के सातों जिलों के 3622 राजस्व गांवों की लगभग 67 लाख आबादी को 479 योजनाओं के अंतर्गत पाइप पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक झांसी में 1627.94 करोड़ की लागत वाली 10 योजनाएं वाटर पर आधारित होंगी. ललितपुर में 1623.47 करोड़ की लागत वाली 16 सरफेस वाटर रिसोर्स और 12 भूजल (ग्राउंड वाटर) आधारित पाइप पेयजल योजनाएं होंगी. वही महोबा में 1219.74 करोड़ की लागत से 364 गांवों तक पानी पहुंचाया जाएगा.
आपको बता दें कि इससे पहले हमने बुंदेलखंड में पानी की समस्या पर काफी कवरेज की है. जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी के गांव कुआं घोसी में लगभग सौ परिवारों के बीच तीन हैंडपंप लगे हैं| जिसमें से दो चालू हैं और एक खराब पड़ा है,जिसके कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है इस गाँव के लोग पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों को पानी के लिए घंटो इंताजर करना पड़ता है, पानी की समस्या से परेशान हो कर हैं ग्रामीण हैंडपम्प सुधारने के लिए अधिकारी और प्रधान से मांग की थी| जिसके बाद उन्हें एक उम्मीद थी की सायद यह हैंडपंप सुधर जाए लेकिन 15 साल बीत चुके है और अभी तक हैंडप़प नहीं सुधरा है.
जिला चित्रकूट के ब्लॉक मऊ गांव खोहर मजरा घुरवा में यहा तीन महिना से हैण्डपम्प खराब पडा है और कुआ भी सूखा पड़ा है. तीन टियूबेल है वे भी खराब पडा है लोग लाइन लगा के पानी भरते है. तीन पंचवर्षीय बीत गए लेकिन पानी की सुविधा अभी तक नहीं हुआ है जिसके वजह से लोग काभी परेशान है।
जिला महोबा के सुगिरा की गोमती ने बताया कि जब नल में भीड़ लगी रहती है, पानी नहीं मिल रहा है। तो क्या करें? सप्लाई वाले नल चलेगें तो कुछ राहत मिल जाएगी। लेकिन जब वो भी नहीं चल रहे हैं। गुलाबरानी ने बताया कि बहुत पहले नल लग था, जो अभी तक पानी दे रहा था। लेकिन अब गर्मी में पानी कम देने की वजह से कुआं को खोदवाना चाहते हैं। जब हैंडपंप नहीं लगा था, तो कुआं को खोदवाया था, तो पानी था, कुआं की सफाई हो जाएगी, तो पानी भरेगें। नहीं तो यहाँ वहां पानी लेने जाना पड़ता है।अब इन समस्याओं का समाधान इस “हर घर जल” से होता है या ये भी सिर्फ खोखले वादे निकलेंगे ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।