खबर लहरिया जिला पुरूष न होने पर ही महिलाओं को मुखाग्नि का मौका, क्यों? | बोलेंगे बुलवाएंगे

पुरूष न होने पर ही महिलाओं को मुखाग्नि का मौका, क्यों? | बोलेंगे बुलवाएंगे

Cremation Ceremony: टूट रही रूढ़िवादी परम्परा, अब महिलाएं, लड़कियां भी मुखाग्ननि दे रही हैं। वैसे शव निकलने से पहले घर के हर सदस्य महिला हो या पुरुष सब कंधा देते थे। शमसान घाट तक नहीं जाते थे लेकिन अब जिस तरह लड़कियां ऊचाइंयों को छू रही हैं अब वह यह परम्परा को भी तोड़ रही हैं। बिहार में कई लड़कियों ने इस परम्परा को तोड़ा है।

ये भी देखें – 

महिला ही हमेशा क्यों गोबर पाथे? | बोलेंगे बुलवाएंगे

 

‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke