ज़िन्दगी और मौत इंसानो के बस की बात नहीं होती। लोग इस बात को मानते भी हैं कि कब किसे मौत आएगी, किन हालातों मे आएगी ये किसी को पता नहीं होता। अगर किसी शादीशुदा महिला का पति मर जाए तो पत्नी को विधवा नाम देकर उस विधवा महिला के साथ अलग-अलग प्रथा निभाई जाती हैं या ये कहें कि प्रथा के नाम पर महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है।
ये भी देखें – महिलाएं ऐसा नहीं करेंगी तो कुलदेवता हो जाएंगे नाराज़ | बोलेंगे बुलवाएंगे
वहीं अगर पत्नी मर जाए और पति विधवा हो जाए तो उसके लिए कोई भी प्रथा नहीं होती। वो एक तरह से आजाद हो जाता है, यहाँ तक कि अगर वो 50 साल का भी है तब भी उसकी दूसरी शादी हो जाती है। छत्तीसगढ़ में भी विधवा महिलाओं के साथ कुछ ऐसी ही प्रथाएं होती हैं जिनको आज हम बोलेंगे बुलवाएंगे, हंस के सब कह जायेंगे शो के माध्यम से आपके सामने दर्शाना चाहेंगे। तो देखिये हमारी ये ख़ास रिपोर्ट।
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’