जिला बांदा, महुआ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले पनगरा ग्राम पंचायत के मजरा गौरी शिवपुर के मजदूरों ने आज नरैनी तहसील में डीएम को ज्ञापन दिया उनका आरोप है कि उन्होंने लॉक डाउन के समय नारायण के खेत में खंती डाली थी और समतलीकरण का काम किया था जिसमें लगभग 10 से 15 मजदूरों ने काम किया था|
लेकिन ना तो आज तक उन खंतियों की नाप है और ना ही उनको पैसा दिया जा रहा है जिससे वह काफी परेशान है और आज 19 जनवरी को नरैनी तहसील में ज्ञापन देने आए हैं| मजदूरों का कहना है कि वह इसी के सहारे हैं लेकिन अगर काम मिलता है और पैसे नहीं मिलते तो वह अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करेंगे वह पैसे की मांग के लिए कई बार ब्लॉक महुआ में और प्रधान से कह चुके लेकिन जब भी उनको यह कहकर भगा दिया जाता है कि चलो हम आकर नाप कर रहे हैं |
लेकिन आज तक ना किसी ने नाप की और ना ही पैसा डाला अगर हमारा पैसा नहीं मिलता तो हम आत्महत्या करेंगे| क्योंकि हमारे बच्चे भूखे प्यासे मर रहे हैं घरों में शादी ब्याह के खर्च है और अगर वह पैसा मिल जाता उनको तो काफी आसानी हो जाती लेकिन जब नाप ही नहीं हो रही तो उनको बताया नहीं जा रहा कि किसकी कितनी खंती है और कितना पैसा मिलेगा जबकि उन्होंने 1 महीने काम किया है|
इस मामले में महुआ ब्लॉक के एइसआई वीर सिंह ने ऑफ़ कैमरा बताया कि उनके खंतियों की नाप नहीं हुई इसलिए पैसा नहीं पहुंचा है। नारायण ने अपना खेत भी जोत दिया है तो कैसे नाप हो। इसलिए नारायण को लिखकर देना होगा कि किसकी कितनी खंती थी तभी पैसा मिलेगा