Balkumar Patel, Election 2019
इस चुनावी माहौल में हर पार्टी दूसरी पार्टी पर आरोप प्रत्यारोप लगते रहते हैं. और पार्टियाँ बदलना भी पुराना फंडा है. इसी कड़ी में जुड़ते है बालकुमार पटेल जिन्होंने सपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है. बालकुमार पटेल 2009 में मिर्जापुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा ने उन्हें बांदा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन मोदी लहर में वो चुनाव जीत नहीं सके। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी कर रहे थे। अखिलेश यादव ने उन पर भरोसा नहीं जताया है।
सूत्रों की मानें तो बाल कुमार पटेल शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की। बाल कुमार पटेल उत्तर प्रदेश में कुर्मियों के बड़े नेता हैं। खासकर बुंदेलखंड और पूर्वांचल में कुर्मी समुदाय के बीच काफी उनका आधार है। बाल कुमार पटेल के बेटे राम सिंह प्रतापगढ़ के सपा जिला अध्यक्ष हैं। राम सिंह प्रतापगढ़ की पट्टी विधानसभा सीट से सपा विधायक रहे हैं। 2017 के चुनाव में बीजेपी के मोती सिंह के हाथों बहुत कम वोटों से हार गए थे। बाल कुमार पटेल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बसपा से की थी। उन्होंने बसपा की टिकट से इलाहाबाद की मेजा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं सके। हालांकि बाद में वह सपा में शामिल हो गए। ददुआ के इनकाउंटर के बाद बाल कुमार मिर्जापुर से सांसद चुने गए थे।