भारतीय संविधान की अंग्रेजी और हिंदी की मूल प्रतियाँ भारतीय संसद पुस्तकालय में, हीलियम से डिजाइन किए गए विशेष पात्र में सुरक्षित करके रखी गयी हैं।
भारत के मूल संविधान को हिंदी और अंग्रेजी में प्रेम बिहारी नारायण रायजादा द्वारा लिखा गया था। संविधान के प्रत्येक पन्ने को मुश्किल लेखनी और इटैलिक धारा प्रवाह में लिखा गया था। पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन के कलाकारों ने हर पन्ने के प्रस्तुतीकरण पर काम किया था।
इसकी अंग्रेजी और हिंदी की मूल प्रतियाँ भारतीय संसद पुस्तकालय में, हीलियम से डिजाइन किए गए विशेष पात्र में सुरक्षित करके रखी गयी हैं।
ये भी पढ़ें – भारत का संविधान किन देशों से प्रेरणा लेकर बनाया गया है?
भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा और सबसे विस्तृत संविधान है। इसमें 25 भाग, 448 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियाँ हैं तथा मूल संविधान में 395 अनुच्छेद और 9 अनुसूचियाँ शामिल हैं।
भारत के संविधान को संस्कृति, धर्म और भूगोलिक के नज़रिए से सबसे अच्छा लिखित संविधान माना जाता है। जानकारी के अनुसार इसमें आज तक सिर्फ 101 संशोधन हुए हैं, जो संविधान सभा द्वारा लिखित अपने विचारों की खुली प्रकृति को दिखाते हैं।
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’