खबर लहरिया Blog जेएनयू में हिंसा का जिम्मेदार कौन?

जेएनयू में हिंसा का जिम्मेदार कौन?

जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू )हमेशा ही विवादों में घिरा रहता है. अभी पिछले महीने ही हॉस्टल के फीस बढ़ाये जाने पर बबाल हुआ था. ये मुद्दा अभी ठंडा हुआ भी नहीं कि 5 जनवरी 2020 की शाम कुछ नकाबपोशों ने जेएनयू  में तोड़फोड़ और छात्रों के साथ मार पीट की.

जानकारी के अनुसार नाकाबपोश बदमाशों के हाथों में लोहे की रॉड और लाठियां थी. जिनसे छात्रों को बेहरमी से पीटा गया. जिसमे लगभग २० छात्र बुरी तरह घायल हो गए. किसी का सर फूटा तो किसी के हाथ पैर में गंभीर चोटें आई है. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से ट्वीट किया है कि जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू ) में हुई हिंसा के मामले में एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है. अब तक ये पता नहीं चल पाया है कि  ये नकाबपोश विद्यालय के छात्र है या बाहरी बदमाश। फिलहाल ये तो जांच का विषय है

 

इस मुद्दे को लेकर देश भर के छात्र सड़को पर उतर आये हैं, प्रदर्शन कर रहे हैं और इस हिंसा पर विरोध जाता रहे हैं. इसके साथ ही इस पर राजनितिक जंग भी छिड़ गई है. एक तरफ जहाँ गृह मंत्रालय ने ट्वीट किया कि गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से जेएनयू हिंसा पर बात की है और उन्हें आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. गृह मंत्री ने संयुक्त पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी से इस मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं और जल्द से जल्द रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है. वहीँ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ वे (सरकार ) भाजपा  के गुंडे भेजते हैं, और दूसरी तरफ पुलिस को निष्क्रिय कर देते हैं… पुलिस क्या कर सकती है, अगर उन्हें उच्च पदों से निर्देश मिले हों… यह फासीवादी सर्जिकल स्ट्राइक है…

 

अब राजनीति या ब्यानबाजी को छोड़ पहले प्रशासन को उन आरोपियों की तलाश में अपना समय देना चाहिए जिसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया। साथ ही इस तरह की घटना दुबारा न हो इसके लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।