दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: दिल्ली की जनता कौन? राजनेता और पार्टियां किसकी? ज़ाहिर है, पूर्वी दिल्ली के लोगों की तो नहीं! क्यों नहीं, क्योंकि वहां सालों से बसी झुग्गियों और वहां रह रहे लोगों को न तो पहचान मिल पाई है और न ही सुविधाएं जो दिल्ली की जनता को कथित तौर पर दिए जाने का दावा किया जाता रहा है। 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा 2025 का चुनाव होना है।
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खबर लहरिया ने पूर्वी दिल्ली के यमुना बैंक यानी यमुना के किनारे या उसके पास बसी बस्तियों के लोगों से चुनाव से जुड़ी चीज़ों को लेकर कुछ बातचीत की। हर किसी ने यही कहा कि उन्हें रहते सालों बीत गए लेकिन उनके पास बुनियादी पहचान,ज़रूरत जैसे कि राशन कार्ड, पेंशन आदि चीज़े नहीं है। वह वहां खेती करते हैं और जीवन जीते हैं। इससे आगे उनके लिए कुछ नहीं है। गाड़ियां और नेता, बस्ती से कुछ दूर बनी रोड से होते हुए गुज़र जाते हैं लेकिन उन तक कोई नहीं आता। जब कोई आएगा नहीं, जब कोई देखेगा नहीं तो चुनाव में किससे क्या मांगा जाए?
इनके मुद्दे, इनकी ज़रूरते किसी पार्टी के घोषणा पत्र में नहीं है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इनकी समस्या को न देखा जाए, उसे मुद्दा न समझा जाए। जानते हैं वीडियो में लोगों से, उनकी मांगे और कुछ शिकायतें।
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