लोक सभा चुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है बैसे ही हर उम्मीदवारों के दिल की धड़कन बढ़ती जा रही है | एक से बढ़ कर हर एक उम्मीदवार अपना जोर लगाने में लगे हैं | कुछ लोग नामांकन करवाने में लगे है तो कुछ प्रचार प्रसार में लगे हैं
नामांकन के लिए उम्मीदवार दस दस गाड़ियां और भीड़ ले ले कर जा रहे हैं जब की नियम में है की आप पांच लोग जा कर नामांकन करवा सकते हैं पर ऐसा कागज में ही रहता है सच्चाई में देखे तो कुछ और होता हैं | हर पार्टी जनता को लुभाने में लगी हुई है | कहीं सम्मेलन के माध्यम से तो कहीं होटलो में बुला क्र खाना खिला कर | पर जनता भी होशयार है की हर उम्मीदवार का खा रहा है वोट किस को देगा उसको खुद भी नहीं पता है |
बस इस बार का चुनाव बहुत ही हिलने वाला है क्यों की दो कुर्मी परिवार के ही अलग अलग उम्मीदवार है अब लोग चाहते तो दोनों है पर खुद पर भरोसा करना भी मुश्किल हो रहा है लोगों को | चुनाव आयोग ने इस महात्यौहार मनाने की बात तो कही है पर लोग कैसे मनाएंगे किसी को नहीं पता है| शासन प्रशासन कही जागरूकता रैली निकाल रही है तो कही चौपाल लगा रही है पर जनता को केवल नाम के लिए जोड़ रही है बस अपना काम खानापूर्ति के लिए ही कर रहे है चुनाव आयोग ें सब पर क्यों नहीं रोक लगा पा रही है |
आखिर क्या होगा बाँदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र का कोन मारेगा बाजी यह तो आने वाला 23 मई ही बताएगा |