जिला बांदा लॉकडाउन किसानों को कहाँ-कहाँ मिलेगी छूट? कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए| इस बीमारी से बचाव हेतू सरकार ने 25 मार्च से पुरे देश को लॉक डाउन कर दिया| जिसके चलते लोग काफी परेशान भी हो गए क्योंकि जिस तरह से लोगों को काम करने और जाने की इजाजत थी वह बंद हो चुकी थी लेकिन इसके बावजूद भी लोग अपना काम समय निकाल कर और नजर बचाते हुए दूरियां बनाते हुए करते थे| क्योंकि लॉक डाउन एक ऐसे समय में हुआ जब खास कर किसानों को काम के लिए पाबंदी लगाना बहुत ही मुश्किल था वह ना चाहते हुए भी खेतों में काम करने के लिए मजबूर थे फिलहाल उनके काम में पाबंदी नहीं लगाई गई लेकिन थोड़ा अनुशासन किया गया ताकि वह दूरियां बनाकर बचते हुए अपना काम करें| लेकिन 20 अप्रैल से सरकार ने किसानों को पूरी तरह छूट के साथ अन्य छोटे-मोटे दुकानदारों और मजदूरों को भी छूट की बात कही इस मामले को लेकर जब हमने कवरेज करना शुरू किया और लोगों से बातचीत की तो पता चला कि उन लोगों को किसी तरह की कोई छूट नहीं है जो छोटे-मोटे दुकानदार हैं उनको पहले भी टाइम दिया गया था दुकानें खोलने के लिए और आज भी उसी टाइम के हिसाब से वह काम कर रहे हैं मजदूरों को आज भी काम नहीं मिल रहा हां यह बात ठीक है कि अब सरकार ने मनरेगा चालू कर दिया है वह एक छूट समझी जा सकती है जिससे मनरेगा पर काम करने वाले जॉब कार्ड धारक दूरियां बनाकर काम कर सकते हैं दूसरा किसानों को जो छूट की बात आई है कि पूरी तरह से उनको छूट दे दी गई है उस पर भी किसानों का कहना है कि ना किसानों पर पहले पाबंदी थी ना ही आज है पहले भी किसान अपनी खेती में कटाई मड़ाई का काम करता था बच बचाकर दूरी बनाकर और आज भी कर रहा है हां यह जरूर है कि पहले गांव से शहर में गल्ला बेचने आने के लिए छूट नहीं थी दुकानें नहीं खुली थी जो इस समय हो रहा है लेकिन उसमें भी उनको खास फर्क नहीं पड़ रहा क्योंकि जो भी गल्ला लेकर आते हैं उसमें भी भीड़ नहीं लगानी है दूरियां बनाकर काम करना है और इसके चलते उनको रेट भी ठीक से नहीं मिल पा रहा| इस लिए उनको छुट का कोई फर्क समझ नहीं आ रहा|