वाराणसी जिले नगर क्षेत्र ललापुरा मे फेमस दुल्हे का पगड़ी में पाच पीड़ियो से बनाते आ रहे है ये कारीगर जो बहुत दूर दूर तक जाता है लेकिन इस समय कोरोना जैसे महामारी बिमारी के वजह से ये काम बुल्कुल ठप पड़ा है |
जिससे इन कारीगरों का रोजगार बंद चल रहा है हर साल जाती थी ये पगड़ी बाहर लेकिन इस साल रुक गया है इन कारीगर का कहना है की यह दुल्हे कि पगड़ी बनाने का काम लगभग पाच पीड़ी से चला आ रहा है और यह पगड़ी जो कि सादी मेलड़के के घर से खरीदी जाती है |
यह रीती रिवाज है कि यह पगड़ी लड़के के घर से खरीदा जाता है और हम लोग यहा पर कई तरह के पगड़ी बनाने का काम करते है छोट बड़ा जो कि दुल्हा और सबला भी पहनता है यह हमारी जो पगड़ी है वह एक पगड़ी मे एक हजार से दो हजार तक खर्च आ जाता है एक दिन मे दो से तीन पगड़ी तैयारी हो जाता इस पगड़ी का बिक्री लगन के समय और राम लीला मे ज्यादा होता है एक पगड़ी इस समय पन्द्रह हजार तक चला जाता है