उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि बुलंदशहर मामले में जो भी कदम उठाए गए हैं, उसके लिए उनकी सरकार की प्रशंसा कर उन्हें धन्यवाद किया जाना चाहिए, जिसमें 3 दिसंबर को गोकशी के आरोपों पर भीड़ की हिंसा के कारण एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी। उन्होंने इस घटना को उनकी सरकार के खिलाफ “राजनीतिक षड्यंत्र” भी बताया, जिसका सच उनके अनुसार अब सामने आ गया है।
योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, “जो लोग अनावश्यक वक्तव्य दे रहे हैं, वे अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए ये सब कर रहे हैं, बल्कि उन्हें सरकार की सराहना कर उनका धन्यवाद करना चाहिए।”
मुख्यमंत्री अपनी प्रशासन की प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए जवाब दे रहे थे के जितने भी आरोपी पकडे गए हैं वे सब गोकशी मामले के अपराध से जुड़े हैं। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का मुख्य आरोपी अब भी फरार है। इंस्पेक्टर की पत्नी और बेटे ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हत्यारों को राजनीतिक सम्बन्ध के कारण बचाया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ जहाँ पहले बुलंदशहर हिंसात्मक मामले को दुर्घटना का नाम दे रहे थे अब वही उसे एक साज़िश बता रहे हैं।
उनके अनुसार ये साजिश उन्ही लोगों द्वारा की गई है जो लोग अवैध शराब बनाकर निर्दोष लोगों की जान लेने की कोशिश कर रहे थे। ‘ये एक राजनीतिक षड्यंत्र था। खुद को खतरे से बचाने के लिए ये लोग एक दुसरे को गले लगाकर निर्दोषों को अपना शिकार बना रहे हैं। लेकिन हमारी सरकार इन सबकी अनुमति नहीं देती है। किसी भी कीमत पर राज्य में कानून का शासन ही होगा। प्रशासन ने इस पर कठोर कार्रवाई की है। जो लोग गाय की हत्या कर अशांति और अयोग्यता पैदा करना चाहते हैं, उन सब को रोक दिया गया है’, ऐसा मुख्यमंत्री का कहना है।
पुलिसकर्मी की हत्या के ठीक बाद वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में गाय की हत्या पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए योगी आदित्यनाथ की आलोचना की गई है।