टीकमगढ़ जिले के मोहनगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत में प्रशासन के तरफ से साफ व शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपए से ग्राम में नल जल योजना चालू कराई थी लेकिन नल जल योजना के होते हुये बावजूद भी लोगों को पानी की बूंद बूंद के लिए परेशान होना पड़ रहा है ग्रामीणों का कहना है|
हमारी ग्राम में 10-15 दिन से नल नहीं आए हमारे यहां पर नल जल योजना चालू कराई गई थी कि ग्रामीण पानी के लिए परेशान ना हो लेकिन 10 -15 दिन से बंद पड़ी है जिसके कारण हम लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है और एक आधा किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है सबसे ज्यादा परेशान आदिवासी बस्ती हो रही है हैंडपंप पर जाते हैं तो लाइन लगाकर खड़ा होना पड़ता है जिसके बाद पानी मिलता है |
लगभग 1 परिवार में 200 लीटर से ज्यादा पानी लगता है इसलिए हम लोगों बहुत ही परेशान हो रहे हैं सरपंच प्रतिनिधि अंकित खटीक ने कहना है कि हमारे यहां जो टंकी बनी थी जब से उसका निर्माण हुआ तभी से एक समिति गठित हो गई थी जो रानू चतुर्वेदी की पत्नी अध्यक्ष हैं उनको हैंड ओवर कर दी गई थी |
जो नल जल योजना के कार्यक्रम है उन्हीं को सौंप दिया गया था उसके बाद उन्हीं के चार्ज में सारी चीजें चल रही थी अभी क्योंकि बिजली का भुगतान पंचायत के नाम से उसका चल रहा था जो लगभग एक लाख पंचीस हजार का भुगतान हो गया जो कि समिति को वहां पर भुगतान करना था क्योंकि समिति ने उसका भुगतान नहीं किया गया भुगतान समय पर नहीं करने के उन्होंने अपना बिजली का कनेक्शन काट दिया गया है |