नाजनी- अरे सुनतिव है बहिनी
मीरा-हां बताओ बहिनी, बहुत दिन मा आइव, तुम तौ गूलर के फूल होई गई हौ।
नाजनी- हां जरूर, थोई दिन तौ होई गें। अबै मेहरियन मनसवन मा लड़ाई चलत रहै तौ ठाड़ होइके सुनत रहौ।
मीरा- अच्छा, काहे खातिर।
नाजनी- मुखियाइन कहत रहै कि वे स्कूटी देई, धन्नू बाबा कहिस व टैबलेट देई, हिरवा कहत रहै व फ्री मा बिजली देई। रमइया बहिनी सोंच मा परी रहै कि वा का देई।
मीरा-अच्छा कहें का। बात तौ ठीक कहेव पै स्कूटी करबे का, बिना डीजल अउर बिजली के। न हमरे गांव मा लाइट आय अउर न ही यतना पइसा आय।
नाजनी- अरे बहिनी फ्री के बिजली मिली अउर गोलू बाबा बैंक खाता मा हजारन रुपया देय का कहिस है।
ये भी देखें – रामपुर : ई-रिक्शा ने बदली शारदा की ज़िंदगी
मीरा- रहैं तौ देव। कुछ न मिली। तुम तौ बना डारे हौ नेता मंत्री केर कि उईं करैं भले न पै बोलै मा पाछे नहीं रहत।
नाजनी- अरे इनतान न कहव। मोहिका तौ इं भइया बहिनी के ऊपर बहुत भरोसा है।
मीरा- मोहिका तौ निहाय भरोसा। काहे से ई सब पहिले भी कहे रहैं कि लाखन रुपइया देहें। भग्गू दादा किसान जेहिके ऊपर बहुत कर्जा होइगा है वहिका माफ करा देहें पै ईं कुछ नहीं करेन। दादा बिचारा मर गा या सोंच के।
नाजनी- कहत तौ सही हौ पै कइयो जने का मिला भी है।
मीरा- मिला होई बहिनी तुम्हें, काहे से तुम्हार रिश्तेदार सोर्स लगाईन हैं। उनके बिचारेन के सोर्स वाला कउनौ नहीं रहा आय।
नाजनी- हां या तौ है, चोरी चुपके कुछ घूस भी देय का परा है। तबहिन तौ मिलत है। कुछ पावैं खातिर कुछ खोवें का परत है। जइसे अगर स्कूटी अउर फ्री बिजली चाही न तौ कुछ दें का परी।
मीरा- का देबे बहिनी
नाजनी- वहै, सबसे बड़ा दान
मीरा- मतलब, मतदान।
ये भी देखें – बदमाशों का गढ़ डोंडा माफी में क्या है चुनावी माहौल ? | UP Elections 2022
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)