निर्भया केस पर दोषियों को फांसी की सजा
नमस्कार दोस्तों द कविता शो के इस एपीसोड में आपका स्वागत है साथियों आज सुबह 5:30बजे सुबह निर्भया के चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया है दोषियों को फांसी के बाद पूरा देश जश्न मना रहा है टीबी चैनल इसी खबर से भरी पड़ी हैं लोगों के अलग अलग कमेंट भी आ रहे हैं
सात साल तक इस केस की लड़ाई लड़नी पड़ी निर्भया के परिवार को कयी बार फांसी की सजा टाली गई 6दोषियो को गिरफ्तार किया गया था जिसमें एक को कम उम्र के कारण बरी कर दिया गया था एक दोषी ने जेल के अंदर ही आत्महत्या कर ली थी बजे थे चार दोषी जिसमें से एक ने इस केस पर शामिल न होने की बात कह रहा था और याचिका भी डाली थी लेकिन वो याचिका को सुप्रीमकोर्ट ने रद्द कर दिया और चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया है, हमारे कानून के दायरे में फांसी देना ही न्याय का अगर सबसे अच्छा तरीका माना गया है तो यह नियम बाकी की निर्भया पर क्या लागू होगा ?
अगर अपने देश में इतना कड़ा कानून हैं तो क्या राजनैतिक पार्टियों के लोग जिनके ऊपर रेप केस सिद्ध हो चुके हैं और वो सलाखों के पीछे हैं चाहे राम रहीम हो ,आशाराम बापू हो या फिर कुलदीप सिंह सेंगर हो क्या इनके ऊपर भी हमारा कानून कड़ाई का पालन करेगा धर्म के ठेकेदार चिन्नमयानंद को हमारी सरकार ने जेल से रिहा करवा लिया है बलात्कार का आरोपी और जेल जाने के बाद ऐसा क्यो हुआ इसपर तो ज्यादा जिक्र भी नहीं किया गया है कि आखिर किन कारणों की वजह से उसे रिहा किया गया है इस पर बात करना जरूरी है क्या एक केस में दोषियों को फांसी देने से रेप केस रूक जायेगें क्या आप किसी को जिंदा मारने के पक्ष में है तो साथियों आप जरूर से अपने कमेंट और सुझाव शामिल करिए