हमें कानपुर की इस घटना पर इसलिए भी बात करना ज़रूरी लगा क्योंकि स्थानीय ख़बरें हो या अंतर्राष्ट्रीय खबरें, इनका कवरेज सब करते हैं, लेकिन ईंट-भट्ठे में हो रही घटनाओं (छेड़खानी, स्वास्थ्य, शौचालय, विकास) जैसे मुद्दे पर किसी की नज़र नहीं जाती। खबर लहरिया इन मुद्दों को कवर करता है और उन्हीं से इस बारे में बात करता है जिनका यह मुद्दा है यानी ईंट-भट्ठे में रहने व काम करने वाले लोगों से। इस बात की चर्चा हमारे उड़ान फैलोज ने की है जिसके बारे में आप इस ऑडियो में और अधिक जान पाएंगे।
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ईंट-भट्ठे में जाति, लैंगिक असमानता व पहुँच के अवसर सत्ता के साथ मिलकर कैसे करते हैं काम?
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