उत्तर प्रदेश के वाराणसी ज़िले में आज भी लोग प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर के लगातार भटक रहे हैं। यह लोग आज भी पन्नी डालकर, या मिट्टी के घरों में जीवन बसर करने को मजबूर हैं। ब्लॉक चिरईगांव के गाँव मोकलपुर की आबादी लगभग 3000 है। और यहाँ अभी भी करीब डेढ़ सौ परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।
यहां के लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों से ये लोग झोपड़ पट्टी में ही जीवन व्यापन कर रहे हैं। न ही इन्हें कभी किसी योजना का लाभ मिलता है और न विभाग से कभी कोई इनकी मदद करने आता है। इन लोगों ने बताया कि सबसे ज़्यादा दिक्कत इन्हें बारिश के मौसम में होती है जब इन लोगों की झोपड़ियां पानी के कारण चारों तरफ से टपक रही होती हैं। इसके साथ ही घर नीचे होने के कारण, ज़रा सी बारिश में इनकी झोपड़ियों में पानी भर जाता है।
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इन लोगों ने कई बार प्रधान और सचिव से आवास दिलवाने की मांग करी है, लेकिन अबतक इनकी मांगों की कोई सुनवाई नहीं हुई है। यह लोग अब चाहते हैं कि इन्हें जल्द से जल्द आवास मिल जाए ताकि इन्हें थोड़ी राहत मिल सके।
गाँव की प्रधान निर्मला के कार्य प्रभारी प्रभाकर कनौजिया का कहना है कि यहां पर 12 आवास पास किये गए थे जो कि अभी बन रहे हैं। कुछ लोगों ने अभी आवास निर्माण का कार्य शुरू नहीं करवाया है। उन्होंने बताया कि गाँव के 10 और लोगों का नाम आवास बनने की लिस्ट में आया है, जिसके लिए क़िस्त उन्हें जल्द से जल्द देदी जाएगी।
ब्लॉक सेक्रेटरी प्रभु प्रकाश सुरेखा का कहना है कि जो 10 आवास पास हुए थे उन लोगों को विभाग से पैसे आते ही क़िस्त देदी जाएगी।
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