पीएम ग्रामीण आवास योजना का लाभ वाराणसी जिले के चिरईगांव ब्लॉक के कई लोगों को नहीं मिल पाया है। उमरहा ग्राम पंचायत के लोगों का कहना है कि आवास के लिए उनके द्वारा कई बार प्रधान को कहा गया। बस लोग फोटो खींच कर लेकर चले जाते हैं। चुनाव में आश्वासन दे दिया जाता है लेकिन आवास नहीं मिलता। बारिश में उन्हें जागकर रात काटनी पड़ती है। टूटी-फूटी झोपड़पट्टी में आखिर नींद कैसे आये। इतनी कमाई भी नहीं है कि खुद घर बनवा पाएं।
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गांव के प्रधान उदय पटेल ने खबर लहरिया को बताते हैं कि वह पहली बार प्रधान बने हैं। आवास का काम पहले के प्रधान को करना चाहिए था। जिनके आवास नहीं बने हैं उसे लेकर प्रक्रिया चल रही है। ऑनलाइन सिस्टम अभी बंद है तो ऑफलाइन के लिए आवेदन दे दिया गया है।
सचिव सुनील कुमार पांडेय का कहना था कि जिनके नाम आवास की सूची में थे जिले स्तर पर उनके नाम को जांच के लिए दिया गया है ताकि जो पात्र है उन्हें ज़रूर से आवास मिल पाए। जैसे ही प्रक्रिया पूरी होती है, पात्र लोगों को आवास दिया जाएगा।
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