वाराणसी जिले के चिरईगांव ब्लॉक में मौजूद दामोदरपुर गाँव में नहर अब बीमारी का घर बन चुकी है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह नहर काफी लंबी है और इसके आसपास हजारों परिवार रहते हैं। इस नहर में लगातार कूड़ा डलने के कारण नहर की हालत अब बिगड़ चुकी है। नहर का पानी रुक गया है और जगह जगह कूड़ा भरा हुआ है।
ग्रामीणों ने कई बार प्रधान से नहर की सफाई कराने की बात कही लेकिन अबतक कोई सुनवाई नहीं हुई है। जानवरों से लेकर पक्षी भी उसी नहर का पानी पीते हैं जिससे उनकी तबियत बिगड़ने का भी ख़तरा है। न ही आजतक इस नहर की सफाई हुई है और न ही किसी तरह का छिड़काव किया गया है।
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हाल ही में आई आंधी के बाद आसपास लगे पेड़ भी नहर में गिर चुके हैं लेकिन उन्हें उठाने के लिए भी कोई नहीं आया है। नहर के चारों तरफ जंगली घांस उग आई। ग्रामीण चाहते हैं कि इस नहर और उसके आसपास सफाई करवाई जाए ताकि लोगों को भी थोड़ी राहत मिल सके।
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सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार सिंह का कहना है कि नहर की सफाई के लिए विभाग से बजट आता है और सफाई भी होती है। हालांकि कुछ दिन पहले नहर की सफाई हुई थी लेकिन अभी उसमें पानी है इसी वजह से सफाई नहीं हो पा रही। उन्होंने बताया कि ग्रामीण मरे हुए जानवरों को उसमें फ़ेंक देते हैं जिससे नहर का पानी गंदा हो रहा है, कई बार मना करने के बावजूद भी लोग नहीं मान रहे हैं। उन्होंने कहा है कि जल निगम से बात करके वो पानी की रफ़्तार बढ़वा देंगे जिससे गंदगी साफ हो जाए।