जिला वाराणसी के किला कोना राजघाट के रहने वालों का आरोप हैं कि उन्हें रेलवे विभाग द्वारा वहां से हटाने का नोटिस भेजा गया है। उन्होंने बताया कि वहाँ पर कई सालों लोग रह रहें है, पहले यहाँ पर जंगल था लेकिन तकरीबन 100 साल पहले यहाँ पर लोगों ने बस्ती बसाई और तब से यहाँ पर लगभग 2 पीढ़ियां यहाँ पर बसी हुई हैं। यहां पर कुल 40 घर हैं और 200 लोगों की आबादी हैं। इनका कहना हैं कि अगर हमारे घर खाली करवाएं जा रहें हैं तो उससे पहले उनका कहीं और रहने का बंदोबस्त होना चाहिए वरना वह लोग कहाँ जायेंगे।
गाँव वालों का कहना हैं कि यहाँ पर मिश्रित समुदाय के लोग रहतें हैं और इन लोगों का रोज़मर्रा पर रोज़गार चलता हैं , कोई रिक्शा चलता हैं तो किसी की रेढ़ी पर दुकान लगती हैं। ऐसे में अगर इनका घर खाली करवाया जायेगा तो ये कैसे अपना बंदोबस्त कर पाएंगे।
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राजघाट पुल के पास ये बस्ती बसी हुई हैं और यह ज़मीन पहले रेलवे विभाग की थी, पहले से यहाँ पर घर बसाया गया था, लेकिन अब जाकर इन लोगों को रेलवे विभाग द्वारा 16-17 मार्च को नोटिस भेजा गया था और इनको 15 दिन की मोहलत दी गयी थी। इन लोगों की यहीं मांग हैं कि पहले तो ये बस्ती न हटवाई जाए और अगर हटाया जा रहा हैं तो इन लोगों को रहने की कहीं और सुविधा प्रदान की जाए।
वहीं, रेलवे विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर, अमन दीप सिंह ने फ़ोन पर हुई बातचीत में बताया कि यह ज़मीन रेलवे विभाग की थी जिसपर कोर्ट में मुकदमा चल रहा था, अब जाकर इसकी सुनवाई पूरी हुई है और कोर्ट का इस बस्ती को खली करवाने आर्डर आया हैं। और खाली करवाने से पहले इन लोगों को रहने के लिए कहीं और स्थान दिया जायेगा। लेकिन अभी वह जगह चिन्हित नहीं की गयी हैं जैसे ही कोई जगह चिन्हित की जाएगी वैसे ही इन लोगों को उस स्थान पर भेजा जायेगा।
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