वाराणसी जिले के दोषीपुरा मोहल्ले में 29 जुलाई को अशुरे के दिन जुलूस के दौरान शिया-सुन्नी समुदाय के बीच ज़मीनी विवाद को लेकर पथराव हो गया। शिया समुदाय के लोगों का कहना है कि सुन्नी समुदाय हर साल जुलूस के दौरान हमारे साथ विवाद करती है। कारण बताया गया कि यह ज़मीन सुन्नी समुदाय की है और यहाँ पर पहले कब्रिस्तान हुआ करता था जोकि 1981 में कोर्ट सुनवाई के दौरान शिया समुदाय को सौंपा गया था। इस मोहल्ले में सुन्नी समुदाय के लोगों की संख्या ज़्यादा है तो वह हमेशा मोहर्रम में जुलूस के दौरान अड़चने पैदा करते रहते हैं।
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चूंकि इस बार मामला बहुत पेचीदा हो गया तो शिया समुदाय के लोगों ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिक दर्ज की है और सुन्नी समुदाय के लगभग 34 लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया है। वह दोषीपुरा मोहल्ले में ही धरने पर बैठे है और उनका कहना हैं कि जब तक उन्हें इन्साफ नहीं मिल जाता वह यहाँ से नहीं हटेंगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात किये गए हैं। काशी जोन के डीसीपी आर.एस गौतम ने बताया है कि मामले की गंभीरता देखते हुए केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहराई से जांच कर रहें है।
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