सरकार की योजनाएं तो बहुत है पर धोबियों के लिए सिर्फ कागजों पर हैं। कपड़े धोने के लिए तालाब के इस छोर से उस छोर भटकते रहते हैं।
वाराणसी जिले के चिरईगांव ब्लॉक के गांव उमरा के लोगों का आरोप है कि लगभग 50 घर हैं जिनका कपड़े धोने का रोज़गार है। कई महीनों से मांग की जा रही है की धोबी घाट बनवा दिया जाये लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। जिस तालाब पर कपडे धोते हैं वहां फिसलने का डर बना हुआ है। कब पेअर फिसल जाये और तालाब में गिर जाएँ, कोई देखने वाला नहीं है।
प्रधान उदल पटेल कहना है कि इस बात की जानकारी हमारे तक नहीं पहुंची थी। ग्रामीणों की मांग बिल्कुल सही है। उच्चाधिकारियों से धोबीघाट की मांग की जाएगी।
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