खबर लहरिया Blog वाराणसी: कच्चे आम का गुरमा खाया क्या? जानिए गुरमा (चटनी) बनाने की विधि

वाराणसी: कच्चे आम का गुरमा खाया क्या? जानिए गुरमा (चटनी) बनाने की विधि

आम का फूल जिसे ग्रामीण भाषा में बौर कहा जाता है। बौर फरवरी मार्च से शुरू हो जाते हैं। आम खाने का महीना अप्रैल से जून तक चलता है।

कटे हुए कच्चे आम की तस्वीर (फोटो साभार – सुशीला)

रिपोर्ट – सुशीला, लेखन – सुचित्रा

आम का मौसम आते ही आम का खट्टा और मीठा स्वाद लोगों को अपनी ओर खींचने लगता है। शहरों में ये आम बाज़ारों में दिखने लगते हैं तो वहीं गांव में पेड़ों पर लदे मिलते हैं। गांव में तो जैसे ही पेड़ों पर आम लगने शुरू होते हैं बच्चे पेड़ों पर चढ़कर इसे तोड़कर खाते हैं और कुछ घर तोड़ कर ले आते हैं। कच्चे आम का अचार और मीठी चटनी जिसे “गुरमा” भी कहते हैं। यह खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है।

वाराणसी जिले के बनकट ग्राम सभा में आम का फूल जिसे ग्रामीण भाषा में बौर कहा जाता है। बौर फरवरी मार्च से शुरू हो जाते हैं। आम खाने का महीना अप्रैल से जून तक चलता है। बाजार में कच्चे आम की कीमत 40 रुपए से लेकर 50 रुपए तक है। जिसके पास आम के बगीचे हैं वह तोड़ लेते हैं, पर जिसके पास नहीं है तो वह बाजार से खरीद कर लाते हैं। “गुरमा” कैसे बनाया जाता है इसकी विधि के बारे में जानेंगे ताकि “गुरमा” का स्वाद आप भी ले सकें।

आम का गुरमा बनाने की विधि

10 लोगों के लिए गुरमा बनाने के लिए 1 किलो कच्चे आम लें। आम को चाकू की मदद से छील ले और इसे पानी से दो बार अच्छे से धो लें। धोने के बाद उसे अलग-अलग टुकड़ों में काट लीजिए। आम के अंदर जो गुठली (बीज) है उसे हटा दें। एक पतीले या भगोने में तेल डालकर लाल मिर्च पाउडर, जीरा, हींग और गुड़ डाल कर अच्छे से भूने। इसके बाद थोड़ा पानी डालकर उसमें कटे हुए आम को डालकर धीमी आंच पर पकाएं। इसमें नमक और बाकी मसाले डालकर अच्छी तरह से मिलाएं जब आम नरम हो जाए और चटनी जैसे बन जाए तब इसे उतार लें। आप का कच्चे आम का गुरमा बन कर तैयार है।

आम का गुरमा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

गुरमा खाने से बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। इसमें विटामिन सी और ऑक्सीडेंट होता है जो कि मजबूत रहता है पाचन को बेहतर बनाता है। कच्चे आम में फाइबर होता है जो कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। कच्चे आम में कैल्शियम और आयरन होते हैं जो कि हड्डियों को मजबूत बनाने में सबसे ज्यादा मदद करता है।

 

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