खबर लहरिया जिला घूर, गोबर और गायब होती परम्पराएं | द कविता शो

घूर, गोबर और गायब होती परम्पराएं | द कविता शो

दोस्तों मौसम बदल रहा है, किसी दिन ज़्यादा ठंड लगती है तो किसी दिन ज़्यादा गर्मी। इस बीच खेती-किसानी का काम भी ज़ोरो पर है। गांव देहात निकलो तो चारो तरफ किसान खेतों में जुताई-बुआई करते नजर आते हैं। इसी हफ़्ते मैं तीन दिन फिल्ड पर थी और ये तीन दिन मेरे लिए बहुत अच्छे थे। खूब पैदल चली,खेत-खलिहान और गांव देखे साथ ही किसानों से खूब बात चीत हुई।

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