खबर लहरिया Blog उत्तर प्रदेश आपदा राहत सहायता योजना, जानिये लाभ और आवेदन की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश आपदा राहत सहायता योजना, जानिये लाभ और आवेदन की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दौरान गरीब लोगों की मदद के लिए आपदा राहत सहायता योजना की शुरुआत की गयी है। आर्टिकल के ज़रिये जानिये इस योजना का लाभ और आवेदन की प्रक्रिया।

 

यूपी सरकार ने भवन और निर्माण मज़दूरों के लिए आपदा राहत सहायता योजना की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और असंगठित परिवार से सम्बंधित लोगो को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उनकी स्थिति में सुधार लाना है। इस योजना का लाभ सिर्फ वे मज़दूर ही उठा पाएंगे जिनका नाम उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत हैं।

सरकार द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, इसका मुख्य उद्देश्य उन निम्न वर्ग के गरीब श्रमिको की मदद करना है जो निर्माण कार्य करते समय प्राकृतिक आपदा का शिकार हो जाते हैं या फिर किसी प्राकृतिक आपदा से उनका मकान गिर जाता है या किसी अन्य वजह से उनका नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में श्रमिक वर्ग इस योजना के अंतर्गत आवेदन करके इससे मिलने वाला लाभ उठा सकते हैं।

ये भी देखें- चित्रकूट: उज्जवला योजना का नहीं मिल रहा लाभ, मुफ्त गैस सिलेंडर पाने में असमर्थ लोग

आपदा राहत सहायता योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि:-

इस योजना के तहत श्रमिकों को कोरोना माहामारी जैसी प्राक्रतिक आपदा के दौरान 1000 रूपये की आर्थिक सहायता राशि बैंक खाते में भेजी जायेगी। यह पैसे श्रमिकों के खाते में वार्षिक/अर्द्धवार्षिक/ तीन महीने / महीने के रूप में वितरित किये जाएंगे।

यूपी आपदा राहत सहायता योजना के लाभ

– श्रमिको को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
– निम्न वर्ग के श्रमिको की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
– श्रमिक इस योजना का लाभ लेने के लिए खुद से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
– मिलने वाली सहायता राशि सीधे श्रमिको के बैंक खाते में जाएगी।

यूपी आपदा राहत सहायता योजना के आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तवेज

– पहचान पत्र
– आधार कार्ड
– श्रमिक का बैंक अकाउंट नंबर
– मोबाइल नंबर
– पासपोर्ट साइज़ फोटो
– आय प्रमाण पत्र
– लेबर कार्ड (श्रमिक कार्ड)
– आपदा से नुकसान का प्रमाण

यूपी आपदा राहत सहायता योजना के आवेदन के लिए योग्यता

– श्रमिक का पंजिकृत होना ज़रूरी है। इसका मतलब यह है कि जिन श्रमिकों के पास श्रमिक कार्ड है सिर्फ वो ही इस योजना का लाभ ले पायेंगे।
– यूपी का स्थायी निवासी होना चाहिए।
– श्रमिक के पास खुद के नाम का बैंक खाता होना अनिवार्य है।

ये भी देखें: उत्तर प्रदेश युवा स्वरोज़गार योजना – लाभ और आवेदन की प्रक्रिया

यूपी आपदा राहत सहायता योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

– सबसे पहले आपको उत्तर प्रदेश भवन निर्माण एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट ( http://upbocw.in/) पर जाना होगा।
– अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
– होम पेज पर आपको सूची में योजनाएं के विकल्प पर जाना होगा।
– अब आपके सामने कई विकल्प आ जायेंगे। आपको योजना के आवेदन विकल्प पर क्लिक करना होगा या आप होम पेज पर नीचे दिए गए योजना के आवेदन के विकल्प पर क्लिक कर सकते हैं।

– इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा। जिसमें आपको अपने मंडल का चयन करना होगा।
– उसके बाद अपनी आधार कार्ड संख्या और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
– आखिर में आपको आवेदन पत्र खोलें के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

– अब आपके सामने आवेदन फॉर्म खुलेगा।
– आपको इस फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारियां भरनी होंगी।
– इसके बाद आपको फॉर्म में ज़रूरी दस्तावेज़ स्कैन करके ऑनलाइन अपलोड करने होंगे।
– फॉर्म भरने के बाद एक बार सभी जानकारी चेक कर लें और सबमिट (जमा करें) के विकल्प पर क्लिक कर दें। इस तरह से आपका फॉर्म भर जायेगा।

यूपी आपदा राहत सहायता योजना की आवेदन स्थिति इस तरह से जानें:

– सबसे पहले आपको इस आपदा राहत सहायता योजना की आधिकारिक वेबसाइट http://upbocw.in/ पर जाना है। इसके बाद आपको योजनाएं का लिंक दिखाई देगा जिस पर आपको क्लिक करना है।

– अब आपके सामने एक सूची खुलेगी। उसमें आपको योजना के आवेदन की स्थिति के विकल्प पर क्लिक करना है।
– योजना के आवेदन की स्थिति के लिंक पर क्लिक करने के बाद इसका अगला पेज खुल जाएगा।
– इसके बाद आपको आवेदन की संख्या या फिर पंजीयन की संख्या दर्ज करनी है और सब्मिट (जमा करें) पर क्लिक करना है। जिसके बाद आपने जो आवेदन किया है उसकी पूरी स्थिति आपके सामने आ जायेगी। अगर इस दौरान आपसे कोई गलती हुई है तो भी आप उसमें सुधार कर सकते हैं।

अगर आपको आवेदन करने में किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं तो दिए गए हेल्पलाइन नंबर 18001805412 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

सरकार द्वारा चलाई गयी यह योजना सुनने में तो अच्छी लग रही है लेकिन महीने में हज़ार रूपये की राशि क्या उन मज़दूरों की आर्थिक दशा को सुधार सकती है जिनके पास रोज़गार नहीं है? ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में रहने वाले श्रमिकों की हालत इस समय दयनीय है। क्या यह योजना उन श्रमिकों को लाभ पहुंचा सकती है जहां दूर-दूर तक विकास भी नहीं पहुंचा है ?

ये भी देखें :

कोरोना ने किया बेहाल लेकिन फिर भी सरकारी योजनाओं कि नहीं बदली चाल

 

(हैलो दोस्तों! हमारे  Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)