रविवार को उत्तर प्रदेश के इटा की एक खबर सामने आई है जहाँ पौराणिक नाटक के कार्यक्रम के दौरान एक किशोर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। 14 वर्षीय प्रदीप दर्शकों के बीच बैठकर जसरथपुर का ‘कंस वध’ देख रहे थे जब उन्हें भीड़ के बीच गोली मार दी गई थी।
इटा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजय कुमार का कहना है कि “लड़के को कार्यक्रम में ‘कंस वाध’ के प्रदर्शन के दौरान गोली मार दी गई थी। इस मामले के चलते एफआइआर दर्ज की जा चुकी है और कार्रवाई जारी है”।
पुलिस ने कहा कि ‘जब मंच पर एक व्यक्ति ने नाटक के दौरान कंस को मारने के लिए निशाना साधा वो गोली जाकर सीधा उस लड़के की छाती से पार हो गई। उस लड़के को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई थी’।
एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि ग्रामीणों ने मंदिर के पास एक पेड़ पर ‘कंस’ का पुतला लटका दिया था’, जहां भीड़ नाटक देखने के लिए इकट्ठी हुई थी। नाटक के पात्रों में से एक को बन्दुक से उस ‘कंस’ के पुतले को मारना था। जब उसने बन्दुक चलाई तो उसे निकली गोली सीधा प्रदीप की छाती पर जा लगी। पुलिस को संदेह है कि शायद इस मामले में उन्हें गुमराह भी किया जा रहा हो जिस कारण उन्होंने छानबीन का आदेश जारी किया है।
पुलिस अधिकारिओं का कहना है कि विवाह और धार्मिक वाक्याओं के जश्न के चलते हर साल उत्तर प्रदेश में कई मौतों के बारे में सूचित किया जाता है। भले ही ऐसी फायरिंग पर प्रतिबंध है लेकिन शायद ही कभी लोग इसका अनुसरण करते हैं।
अक्टूबर में, बादाण के एक गांव में सामाजिक समारोह के चलते, गोलीबारी जैसे वाकया को उत्सव के तौर पर मनाया जा रहा था। जिसके दौरान एक 12 वर्षीय लड़के की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक वो लड़का इलाके के ठाकुर कबीले से संबंधित एक व्यक्ति के निवास पर अपने रिश्तेदार के तिलक समारोह में शामिल हुआ था।