वाराणसी जिले के भवानीपुर गांव की रहने वाली नैना यादव, जो परमानंद स्कूल विकास इंटर कॉलेज में 11वीं की छात्रा हैं, ने अपने संघर्ष और मेहनत से भारत का नाम रोशन किया है। 12 जुलाई को चीन गई नैना ने खेल प्रतियोगिता में भारत को पहला स्थान दिलाया। 2 सितंबर को जब वह लौटीं तो गांव से लेकर स्कूल तक उनके स्वागत में भारी भीड़ उमड़ी। नैना कहती हैं कि वह हर उस बेटी के लिए हौसला बनना चाहती हैं, जो चारदीवारी में कैद है। पिता मजदूरी करते हैं लेकिन उन्होंने अपनी बेटी को सपनों तक पहुंचाने के लिए कभी हार नहीं मानी।
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