सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत लाखों गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन तो मिल गया है, लेकिन क्या वो इसका इस्तेमाल भी कर पा रहे हैं? हम पहुंचे हैं वाराणसी के एक गांव, जहां 200 से ज़्यादा कनेक्शन होने के बावजूद हर महीने आधे से भी कम लोग सिलेंडर भरवा पा रहे हैं। वजह साफ है—पैसों की तंगी। लोग आज भी लकड़ी और गोबर के चूल्हों पर खाना बनाने को मजबूर हैं। क्या सिर्फ कनेक्शन देना ही काफी है? क्या सरकार को गैस के दाम और सब्सिडी सिस्टम पर फिर से सोचना चाहिए? देखिए ये रिपोर्ट जो उज्ज्वला योजना की जमीनी हकीकत सामने लाती है।
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