अयोध्या जिला के श्रृंगार घाट की रहने वाली वाणी शुक्ला ने दिव्यांग होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी। डांसिंग, एक्टिंग में होनहार वाणी आर्ट और क्राफ्ट के हुनर में भी माहिर हैं। चित्रकारी के शौक को अब बिज़नेस में बदल चुकीं वाणी से हमने उनके इसी ख़ास टैलेंट के बारे में बात करी।
ये भी देखें – महोबा: नन्हीं बच्चियां बन गयीं आल्हा गायन की बुलंद आवाज़ की पहचान
वाणी बताती हैं कि उन्हें बचपन से ही ड्राइंग और आर्ट का काफी शौक था, जब समय मिलता था तब वो आर्ट और क्राफ्ट करने लग जाती थीं। एक बार स्कूल में एक कम्पटीशन जीतने के बाद उन्होंने इस शौक को आगे तक ले जाने की ठानी।
ये भी देखें – छतरपुर: लड़कियों के लिए मिसाल हैं 3 फुट की साहिबा खातून
वाणी को घर से भी पूरा सहयोग मिला। शुरू में उनके पिता को वाणी का आर्ट और चित्रकारी का शौक अच्छा नहीं लगता था। लेकिन धीरे-धीरे उन्हें भी अपनी बेटी का टैलेंट समझ आने लगा।
अब वाणी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी पेंटिंग्स बेचती भी हैं और अपना काम को प्रमोट भी करती हैं। दिव्यांग होना कभी भी वाणी के जज़्बे और जोश के आड़े नहीं आया है, उनका टैलेंट और दृणसंकल्प हम सबके लिए मिसाल है।