यूपी के सीतापुर जिले से एक खबर सामने आ रही है कि जिले के चार ब्लॉकों में राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे। बात अगर मिश्रीख तहसील क्षेत्र की करें तो इस तहसील क्षेत्र के चारों विकास खंडों को मिलाकर चार हजार से अधिक अपात्र राशन कार्ड पर निरस्तीकरण की तलवार लटक रही है।
दिनांक 20 सितंबर 2025 को एक खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 1.17 करोड़ राशन कार्ड रद्द करने की सूची तैयार कर ली है। राशन वितरण प्रणाली (PDS) को पारदर्शी बनाने और फर्जी लाभार्थियों को हटाने के लिए यह कदम उठाया गया है। ये ऐसे लोग हैं जिनके पास या तो चार पहिया वाहन हैं या वे आयकर दाता हैं या फिर कंपनियों में निदेशक हैं। केंद्र ने राज्यों को निर्देश दिया था कि वे 30 सितंबर तक इन अपात्र कार्ड धारकों को हटाने के लिए आवश्यक सत्यापन करें।
Ration Card News: राशन कार्ड पर कार्यवाही, सरकार ने बनाई 1.17 करोड़ राशन कार्ड रद्द करने की सूची
6 अक्टूबर 2025 को यूपी के सीतापुर जिले से एक खबर सामने आ रही है कि जिले के चार ब्लॉकों में राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे। बात अगर मिश्रीख तहसील क्षेत्र की करें तो इस तहसील क्षेत्र के चारों विकास खंडों को मिलाकर चार हजार से अधिक अपात्र राशन कार्ड पर निरस्तीकरण की तलवार लटक रही है। उत्तर प्रदेश में मुफ्त राशन योजना का गलत तरीके से लाभ उठा रहे लाखों लोगों पर सरकार बड़ी कार्रवाई कर सकती है। मीडिया से मिली जानकारी और रिपोर्टों के अनुसार सरकार 16.67 लाख से अधिक अपात्र राशन कार्डों को रद्द की जा सकती है। सरकार का कहना है कि जिन लोगों की आय निर्धारित सीमा से ज्यादा है या जिनके पास महंगी संपत्ति और वाहन हैं वे गरीबों के लिए चलाई जा रही इस योजना का अनुचित लाभ उठा रहे हैं।
किनके राशन कार्ड पर चलेंगी कैंची
हिंदुस्तान के रिपोर्टिंग अनुसार क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी नितेश मिश्रा ने बताया कि जांच में अपात्र और निष्क्रिय पाए गए सभी राशन कार्ड को शीघ्र निरस्त करने की शुरुआत की जाएगी। मिश्रीख तहसील क्षेत्र में पांच एकड़ या फिर इससे अधिक की खेती की ज़मीन के मालिक 937 कार्डधारक हैं। जीएसटी अदा करने वाले नौ लोगों के पास राशन कार्ड हैं। इसके अलावा तीन लाख से अधिक की वार्षिक आय वाले 225 और दो लाख से अधिक वार्षिक आय वाले 1540 लोगों के राशन कार्ड निरस्त होंगे। तहसील क्षेत्र के 972 लोग चौपहिया वाहन के मालिक होने के बाद भी राशन कार्ड बनवा कर मुफ़्त का राशन ले रहे हैं। तहसील क्षेत्र के कई राशन कार्डधारक ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने दूसरे राज्यों में भी राशन कार्ड बनवा रखा है। इसमें मिश्रीख ब्लॉक में 244, मछरेहटा में 138, गोदलामउ में 129, पिसावाँ में 48 और मिश्रीख नगर में एक व्यक्ति ने उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी राशन कार्ड बनवा रखा है।
कौन है राशनकार्ड के पात्र?
राशन कार्ड उन लोगों को सरकार के तरफ से दिया जाता है जो गरीबी रेखा के नीचे आते है और जिनकी सालाना इनकम 2 लाख से भी कम हैं। वहीं गृहस्थी कार्ड के लिए सरकार ने कुछ ऐसे गाइडलाइस निकाली है कि अगर कोई व्यक्ति शहर में रहता है तो उसकी सालाना आय 3 लाख और वहीं ग्रामीण लोगों की 2 लाख तय की गयी है तभी वह इस कार्ड को बनवा सकते हैं और पूरा लाभ उठा सकते हैं।
जांच और सत्यापन प्रक्रिया जारी
खाद्य एवं रसद विभाग ने कहा है कि फिलहाल सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। जिन लोगों के नाम डेटा में संदिग्ध पाए गए हैं उन्हें अपनी पात्रता साबित करने का मौका दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि केवल जांच में दोषी पाए जाने वालों के ही राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे। कुछ जिलों में ऐसे हजारों कार्डों की जांच जारी है जिनके धारक जीएसटी टैक्सदाता हैं या जिनकी आय सीमा तय मानक से ऊपर है अधिकारियों का कहना है कि यदि व्यक्ति अपनी पात्रता साबित करने वाले दस्तावेज दिखा देता है तो उसका कार्ड रद्द नहीं किया जाएगा।
अफवाहें और हकीकत
हाल ही में सोशल मीडिया पर अफवाहें फैल गईं कि सरकार ने लाखों राशन कार्ड तुरंत रद्द कर दिए हैं। लेकिन खाद्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि अब तक किसी कार्ड को रद्द करने का औपचारिक आदेश जारी नहीं हुआ है बल्कि यह केवल सत्यापन की प्रक्रिया है। सीतापुर जिले में मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 4,000 कार्ड जांच के घेरे में हैं। वहीं कई जिलों में स्थानीय प्रशासन लोगों को जागरूक कर रहा है कि यदि वे योजना के पात्र नहीं हैं तो स्वेच्छा से अपना कार्ड सरेंडर कर दें।
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