चित्रकूट जिले के मऊ ब्लॉक के बरबार गांव में बना सामुदायिक शौचालय कभी खुला ही नहीं। गांव के रहने वाले ओमप्रकाश बताते हैं कि महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को आज भी खुले में शौच जाना पड़ता है। बाढ़ आने पर लोग पानी में उतरकर शौच के लिए मजबूर होते हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रधान की सहमति से शौचालय हमेशा ताले में बंद रहता है, जबकि सरकार नियम के अनुसार सुबह–शाम इसे खुलवाने की गाइडलाइन देती है। BDO मऊ का कहना है कि उन्हें इस समस्या की जानकारी नहीं थी और अब वह सचिव को फोन करके जांच कराने की बात कहते हैं।
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