यूपी पेपर लीक मामले में पिछले तीन दिनों में यूपी पुलिस ने 244 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर संदेह था कि उन्होंने पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में नकल करने या नकल करने की योजना बनाई थी। पुलिस ने ये गिरफ्तारियां 15 फरवरी से लेकर 18 फरवरी के बीच शाम के तकरीबन 6 बजे की थी।
यूपी में ‘यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा’ का पेपर लीक होने की खबर को यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने रविवार 18 फरवरी को अफवाह बताया है। जानकरी के अनुसार, 244 लोगों को अभी तक इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें,17 और 18 फरवरी को ‘यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा’ आयोजित की गई थी।
शनिवार 17 फरवरी से ही सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल होने लगी थी कि परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। कई यूज़र्स ने पेपर लीक होने के स्क्रीनशॉट भी X पर शेयर किये।
विद्यार्थी परीक्षा फिर से कराने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपना समर्थन दिखाया है।
बता दें कि हाल ही में आरओ और एआरओ परीक्षा लीक होने की खबर के बाद ये दूसरी घटना है जबकि लोकसभा में पेपर लीक बिल 2024 पास हो चुका है।
पेपर लीक को लेकर छात्र ने यह कहा
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में ऐसे ही एक व्यक्ति से राहुल गांधी ने बात की। वीडियो में विद्यार्थी को कहते हुए सुना गया, “अपने जिलों में ये सेटिंग कर के नक़ल की व्यवस्था करवा देते हैं जिससे मेरिट अधिक चला जाता है। लाखों रूपये खर्च हुए और नकल होने से हमें नौकरी नहीं मिल पाती है।” यहां देखें वीडियो।
पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए लोग
लाइव मिंट रिपोर्ट बताती है कि यूपी पेपर लीक में पिछले तीन दिनों में यूपी पुलिस ने 244 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर संदेह था कि उन्होंने पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में नकल करने या नकल करने की योजना बनाई थी। पुलिस ने ये गिरफ्तारियां 15 फरवरी से लेकर 18 फरवरी के बीच शाम के तकरीबन 6 बजे की थी।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, जिन पर भी पेपर लीक की अफवाह फ़ैलाने का संदेह था, उन लोगों को जिला पुलिस और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया है।
पेपर लीक को लेकर यूपी बोर्ड का बयान
पेपर लीक होने की खबर पर यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड (UPPRPB) ने अपना बयान ज़ारी किया। बोर्ड ने कहा कि, “प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि बदमाश सोशल मीडिया पर पेपर लीक के बारे में धोखाधड़ी करने और भ्रम फैलाने के लिए टेलीग्राम के एडिट फीचर का उपयोग कर रहे हैं। बोर्ड और यूपी पुलिस इन घटनाओं पर नजर रख रही है और इनके स्रोतों की गहन जांच कर रही है। बोर्ड ने कहा, परीक्षा सुरक्षित और सुचारू रूप से जारी है।”
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है।बोर्ड एवं @Uppolice इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रहा है।
परीक्षा सुरक्षित एवं सुचारू रूप से जारी है।— Uttar Pradesh Police Recruitment & Promotion Board (@upprpb) February 18, 2024
जानकारी के अनुसार, यूपी में 60,244 पदों पर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UP Police Constable) की भर्ती निकाली थी। परीक्षा में लगभग 48 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य के 2385 केंद्रों में दोनों दिन और चारों पालियों में परीक्षा सफल तरीके से हुई थी।
बोर्ड ने अपने अन्य पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा कि, “बोर्ड हमेशा अपनी प्रत्येक परीक्षा की पारदर्शिता और अखंडता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। बड़े पैमाने पर परीक्षा के सफल समापन के बाद, बोर्ड यूपी पुलिस की मदद से ट्रेंडिंग असत्यापित समाचारों की पूरी तरह से पुष्टि करेगा। उम्मीदवारों को आश्वस्त रहना चाहिए।”
फिलहाल राज्य की तरफ से पेपर लीक परीक्षा की जाँच जारी है और विद्यार्थियों द्वारा पुनःपरीक्षा की मांग पर अभी कोई जवाब नहीं आया है।
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