दलित छात्र निखित कुमार के मामले में आरोपी अध्यापक अश्विनी सिंह को औरैया पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ़्तारी के लिए चार टीमों का गठन किया गया था।
यूपी के औरैया जिले में 10वीं कक्षा के दलित छात्र निखित कुमार की पिटाई के बाद मौत होने के मामले में आरोपी अध्यापक अश्विनी सिंह को आज औरैया पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गयी थी। औरैया पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी साझा की गयी।
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आरोपी शिक्षक गिरफ्तार
औरैया पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में जनपद औरैया पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए छात्र की पिटाई से हुई हत्या में वांछित आरोपी शिक्षक को किया गिरफ्तार।”
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अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में जनपद औरैया पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए छात्र की पिटाई से हुई हत्या में वांछित आरोपी शिक्षक को किया गिरफ्तार pic.twitter.com/7AYDcLL2Wk— Auraiya Police (@auraiyapolice) September 29, 2022
बता दें, छात्र की मौत की घटना ने क्षेत्र में हिंसक रूप ले लिया था। लोगों द्वारा प्रदर्शन किया गया। यहां तक कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस की दो गाड़ियों में आग भी लगा दी गयी थी।
आरोपी अध्यापक पर लगाई गयी धाराएं
आरोपी अध्यापक अश्विनी सिंह पर पुलिस द्वारा धारा 304, 323, 502, एससी, एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज़ किया गया है।
यह है पूरा मामला
थाना अछल्दा के अन्तर्गत आदर्श इण्टर कॉलेज के शिक्षक द्वारा विद्यार्थी की पिटाई करने से हुई मृत्यु एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किये जाने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक औरैया @ipsCharuNigam द्वारा दी गयी बाइट। @Uppolice pic.twitter.com/eg5iLiXOAc
— Auraiya Police (@auraiyapolice) September 26, 2022
औरैया की पुलिस अधीक्षक चारु निगम ने बताया कि 7 सितंबर, 2022 को आदर्श इंटर कॉलेज के सामाजिक विज्ञान के अध्यापक ने परीक्षा में कुछ गलती करने की वजह से उनके बेटे निखित कुमार को बेरहमी से पीटा था। उसके बाद से ही उसका इलाज चल रहा था। आरोपी अध्यापक द्वारा इलाज में सहयोग किया जा रहा था जिसकी वजह से परिवार ने पुलिस में कोई रिपोर्ट दर्ज़ नहीं की थी।
जब अचानक से आरोपी अध्यापक द्वारा सहयोग देने बंद कर दिया गया और वह फरार हो गया तो मृतक के पिता ने 24 सितंबर को थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज़ कराई। जानकारी के अनुसार, सैफई अस्पताल में इलाज के दौरान छात्र की मृत्यु हो गयी।
मौत की वजह का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम की कार्यवाही पेनल से व इटावा सीएमओ से वीडियोग्राफी करने की भी बात की गयी थी। आरोपी अध्यापक को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया गया था।
बीते कुछ समय से दलित छात्रों पर अध्यापक द्वारा इस तरह की हिंसा करने के मामले बढ़ते ही जा रहें हैं। इन मामलों का क्या अंत है या यह क्यों हो रहें हैं, इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं है।
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