खबर लहरिया Hindi UP Mahoba: जंगलों के बीच फंसी ज़िंदगी, महोबा के तीन गांव आज भी सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा से वंचित

UP Mahoba: जंगलों के बीच फंसी ज़िंदगी, महोबा के तीन गांव आज भी सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा से वंचित

जिला महोबा, ब्लॉक जैतपुर के गांव बिहार, ठठेवरा और मोहन सिंह का खोड़ा आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। लगभग 3000+ आबादी वाले इन गांवों तक पहुंचने के लिए 2 से 4 किलोमीटर तक पक्की सड़क नहीं है क्योंकि रास्ता वन विभाग की सीमा में आता है। बरसात के मौसम में हालात और खराब हो जाते हैं— मरीजों को 2–3 किमी तक चारपाई पर उठाकर जंगल पार कर अस्पताल ले जाना पड़ता है। बच्चों की पढ़ाई व शिक्षा ठप हो जाती है। रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना तक मुश्किल हो जाता है। गांव वालों का कहना है कि बरसों से मांग की जा रही है, लेकिन वन विभाग की अनुमति के बिना सड़क बन नहीं पाती। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि “सुरक्षित जमीन पर पक्का निर्माण तभी संभव है जब ऊपर से आदेश मिले।”

ये भी देखें – 

 

चित्रकूट: इस गांव में पिछले चार पीढ़ी से सड़क की हालत में नहीं हुआ सुधार

 

यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें

If you want to support our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our premium product KL Hatke

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *