यूपी सरकार ने 3 जून को यह ऐलान किया कि 12वीं कक्षा के छात्रों की बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी। इससे पहले सरकार ने दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं भी रद्द की थी। यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक करने के बाद मिडिया में इस बात की घोषणा की। वह कहते हैं कि, “पीएम मोदी ने छात्रों के हितों को लेकर चिंता व्यक्त की है। जिसके चलते सीबीएसई की भी परीक्षा रद्द कर दी गयी हैं। छात्र हितों को देखते हुए उत्तर प्रदेश बोर्ड जो कि विश्व का सबसे बड़ा बोर्ड है और जिसमें करीब 60 लाख परीक्षार्थी शामिल होते हैं। उनकी परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं।100 वर्षों के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है, जब यूपी बोर्ड में परीक्षाएं नहीं होंगी।”
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि किस वजह से और किन आधारों पर छात्रों को आगे प्रमोट किया जाएगा यह भी तय हो गया है। वहीं अगर किसी भी छात्र को प्रमोट करने के आधार को लेकर कोई समस्या या सवाल है तो उसके लिए भी व्यवस्थाएं की गयी हैं। आपको बता दें, इस घोषणा से पहले यूपी के अयोध्या जिले में 12वीं के छात्रों की परीक्षाएं हो चुकी थीं।
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