गलों में तेंदू के फल पकने लगते हैं। गांव की महिलाएं इन फलों को जंगल से तोड़ कर लाती हैं बीज निकालती हैं और फिर उससे एक खास किस्म की खीर बनाती हैं।
रिपोर्ट – सुनीता, लेखन – रचना
खीर जैसी मीठी चीज किसको नहीं पसंद है। हम सब जानते हैं कि खीर चावल से ही बनती है। पर क्या आपने तेंदू फल के बीज की खीर का नाम कभी सुना है या खाया है? ज़्यादातर लोग तेंदू पत्ता और उसके मीठे फल के बारे में जानते हैं लेकिन फल के बीज की खीर शायद नहीं। चलो अब हम जानते हैं कि ये बनती कैसे है और कौन बनाते हैं? उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ ब्लॉक के बरगढ़ गांव में जब बारिश की बूंदें गिरती हैं तो जंगलों में तेंदू के फल पकने लगते हैं। गांव की महिलाएं इन फलों को जंगल से तोड़ कर लाती हैं बीज निकालती हैं और फिर उससे एक खास किस्म की खीर बनाती हैं। ये खीर स्वाद में लाजवाब होती है और शरीर को ठंडक देती है। यही नहीं तेंदू ना सिर्फ पेट भरता है बल्कि परंपरा, सेहत और रोजगार तीनों से जुड़ा है। शहर के लोग शायद इसके स्वाद से अनजान हों लेकिन जंगल के किनारे बसे इन गांवों में ये एक अनमोल पकवान है जो आज भी लोगों की थाली और दिल में जगह बनाए हुए है। सुमन जो बरगढ़ गांव की रहनी वाली है ने तेंदू के बीज की खीर बनाने की सारी प्रक्रिया सिलसिलेवार तरीके से बताया। सुमन ने बताया कि इसकी खीर निरोगी होती है।
जंगल से तेंदू फल तोड़ना
तेंदू ऐसा पेड़ जिसका पत्ता और फल दोनों लोगों को रोजगार देता हैं जैसे गर्मी के सीजन में तेंदू पत्ता तोड़ते इससे लोग पैसा भी कमा लेते हैं। इसके बाद जो फल है वे पेड़ में पक जाता है लोग गर्मी के सीजन में तेंदू फल खाते हैं। गर्मी के लिए फायदेमंद होता है। इसका टेस्ट भी अच्छा होता है।
अब बारिश के मौसम कच्चे तेंदू के फल के अन्दर बीज निकालकर खीर बनाते है। इसे सबसे पहले जंगल से तोड़कर घर लाया जाता है।
घर में खूब सारे तेंदू के फल इकट्ठे करते हैं ताकि उसका बीज भी खीर बनाने के लायक निकल पाए।
पत्थर पर रखना और तेंदू को छिलना
तेंदू को पानी से साफ कर उसे छिलने का काम किया जाता है। जिसमें सबसे ज़्यादा वक्त लगता है।
तेंदू को छिलने के बाद उसके निकले हुए बीज को एक पत्थर में रख कर दोबारा साफ किया जाता है और अच्छे से धोया जाता है।
बीज को अच्छे तरीके से साफ कर के फिर उसे पकाना शुरू किया जाता है। खीर बनाने की प्रक्रिया वैसे ही है जैसे चावल का खीर बनती हैं।
तेंदू के खीर बनाने की विधि सबसे पहले दो लीटर दूध कराही में डाल कर उसे अच्छे से पकाया जाता है। दूध जब गाढ़ा हो जाए और बच के एक लीटर हो जाये फिर तेंदू के फल का बीज दूध में डाल दिया जाता है। स्वाद अनुसार चीनी डाल दें काजू , मखाना डाल कर उसे दस मिनट तक पकने देते हैं। इसके बाद हल्का गाढ़ा पन हो जाये इसके बाद खीर चूल्हे उतार लें स्वादिष्ट खीर बन के तैयार हो गया।
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