सपा के प्रमुख नेता अखिलेश यादव, आजम खां के आवास पर उनकी पत्नी डाक्टर तजीन फात्मा और बेटे अदीब आजम से मुलाकात की। मुलकात के समय अखिलेश यादव के साथ सांसद मौलाना मोहिब्बुल्लाह और विधायक नसीर खां भी मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेता अखिलेश यादव कल सोमवार 11 नवम्वर 2024 को रामपुर में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां के परिवार से मुलाकात करने उनके घर पहुँचें। आजम खां समाजवादी के नेता और 10 बार के पूर्व विधायक (एमएलए) हैं जो कि फिलहाल जेल में बंद हैं। अखिलेश यादव ने मीडिया के सामने कहा कि अगर सत्ता में समाजवादी पार्टी आती है तो आजम खां पर लगाए गए सभी झूठे मुकदमें हटाए जायेंगे। इससे पहले भीम आर्मी के प्रमुख नेता चंद्रशेखर आज़ाद, आजम खां के बेटे अबुदला खां से जेल में मिलने गए थे।
यूपी की 9 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव 20 नवंबर को होने वाले हैं। ऐसे में चुनाव में जीत पक्की करने और वोट बैंक बढ़ाने के लिए राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रसार में लगी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व प्रमुख अखिलेश यादव चुनावी रैली के कुंदरकी गए, उसके बाद आजम खां के परिवार से मिलने रामपुर चले आए। जिसके बाद राजनीति में यह चर्चा का विषय बन गया क्योंकि उन्होंने बयान दिया जिसमें आजम खां पर लगे आरोपों को झूठा बताया गया।
आजम खां के परिवार से की मुलाकात
सपा के प्रमुख नेता अखिलेश यादव, आजम खां के आवास पर उनकी पत्नी डाक्टर तजीन फात्मा और बेटे अदीब आजम से मुलाकात की। मुलकात के समय अखिलेश यादव के साथ सांसद मौलाना मोहिब्बुल्लाह और विधायक नसीर खां भी मौजूद रहे।
सत्ता में आने पर आजम खां को मिलेगा न्याय
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “भगवान जानता है और लोग भी जानते हैं। समाजवादी पार्टी हमेशा पार्टी के दिग्गज नेता आजम खां के साथ खड़ी रही है। भाजपा ने उनके साथ अन्याय किया है। हमें उम्मीद है कि आजम खां साहब को अदालतों के जरिए न्याय मिलेगा। एक बार जब सपा यूपी में सरकार बना लेगी, तो आजम खां के खिलाफ दर्ज सभी फर्जी एफआईआर वापस ले ली जाएंगी।”
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि यह लड़ाई संविधान को बचाने की है और तब तक जारी रहेगी जब तक भाजपा को यूपी और दिल्ली से नहीं हटा दिया जाएगा।
आपको बता दें कि पूर्व सांसद और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां इस समय सीतापुर जेल में बंद हैं, जबकि उनके बेटे अबदुला खां 22 अक्टूबर 2023 से हरदोई जेल में बर्थ सर्टिफिकेट के मामले में बंद हैं।
क्या था आरोप?
द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार रामपुर की एक अदालत ने 18 अक्टूबर, 2023 को समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खां, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को 2019 के फ़र्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में दोषी ठहराया और उन्हें सात साल की जेल की सज़ा सुनाई थी।
विपक्ष का आरोप – मुस्लिम वोट बटोरने के लिए की जा रही राजनीति
विपक्ष में समाजवादी पार्टी के प्रमखु अखिलेश यादव का आजम खां से मिलना चिंता का कारण बन गया है। विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के 9 सीटों में से 4 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। माना जा रहा है ये सब सिर्फ मुल्सिम वोट बटरोने के लिए किया जा रहा है इससे पहले वह कभी आजम खां के घर नहीं आए। चुनाव के समय में ही उन्हें आजम खां की याद आई है।
यूपी में 9 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं जिसमें कटेहरी (अंबेडकरनगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल है।
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