भारतीय निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। यूपी की 10 सीटों में से 9 सीटें जिनमें कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर उपचुनाव होने हैं, लेकिन 1 सीट, मिल्कीपुर को शामिल नहीं किया गया है।
बिहार और उत्तर प्रदेश में उपचुनाव 13 नंवबर को होंगे और चुनाव के परिणाम 23 नवम्बर को घोषित किए जायेंगे। इसकी घोषणा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कल मंगलवार 15 अक्टूबर 2024 को दिल्ली के विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में दोपहर 3.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। ये विधानसभा सीटें पिछले लोकसभा चुनाव में इन सीटों के विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं इसलिए यूपी के विधानसभा की 10 खाली सीटों में से नौ के लिए उपचुनाव होंगे। मिल्कीपुर सीट के लिए अभी चुनाव की घोषणा नहीं की गई है। बिहार के 4 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इस उपचुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी भी इस चुनाव में शामिल होंगी।
भारतीय निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की तारीखों की घोषणा कर लोगों और पार्टियों के इंतजार को ख़त्म कर दिया है। यूपी की 10 सीटों में से 9 सीटें जिनमें कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर उपचुनाव होने हैं, लेकिन 1 सीट, मिल्कीपुर को शामिल नहीं किया गया है। इस पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज करते हुए सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जिसने जंग टाली है, समझो उसने जंग हारी है।” समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी, भारतीय जनता पार्टी पर मिल्कीपुर सीट पर चुनाव लड़ने से डरने का आरोप लगा रही है।
मिल्कीपुर में उपचुनाव का ऐलान क्यों नहीं?
सपा के मौजूदा विधायक अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से विधायक थे लेकिन फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर सांसद बन गए। उनके जितने के बाद मिल्कीपुर की सीट खली हो गई। मिल्कीपुर सीट पर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे के खिलाफ बीजेपी के पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने हाइकोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी है। चुनाव में समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद को जीत मिली थी। इसके बाद अवधेश प्रसाद फैजाबाद सीट से बीजेपी कैंडिडेट लल्लू सिंह को हराकर सांसद चुने गए थे। मिलीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) और भाजपा के बीच यह याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय में लंबित होने की वजह से फिलहाल के लिए इस सीट को छोड़ दिया गया है। लेकिन इस बीच, श्री गोरखनाथ के वकील ने कहा कि वह बुधवार को याचिका वापस ले लेंगे।
बिहार में जिन चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं उसमें रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज शामिल है। चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों के साथ, अधिसूचना (नोटिफिकेशन), नामांकन और नामांकन वापस लेने की तारीखों की भी घोषणा की। चुनाव आयोग के मुताबिक 18 अक्टूबर को चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होगा। उम्मीदवारों के नामांकन की आखिरी तारीख 25 होगी। नाम वापस लेने की आखिरी तिथि 30 अक्टूबर को होगी। नामांकन जाँच करने की तारीख 28 अक्टूबर राखी गई है। 23 नवम्बर को उपचुनाव के नतीजों का ऐलान किया जायेगा।
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