बांदा : मनरेगा के तहत काम करने वाले कई मज़दूरों का पैसा प्रधान द्वारा नहीं दिया गया है। ऐसा मज़दूरों का आरोप है। लगभग 200 मज़दूरों ने मनरेगा के तहत सेंटर वाला काम किया था। पैसों की मांग करते हुए मज़दूरों ने जिला अधिकारी को लिखित पत्र दिया है व कार्यवाही की मांग की है।
लोग प्रधान से पैसे मांगते हैं तो वह कहते हैं कि उनके पास मज़दूरों का पैसा नहीं है। वह लोग किसी से भी शिकायत कर सकते हैं। वहीं अधिकारियों द्वारा भी कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है।
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वहीं ग्राम पंचायत पौहर गांव के प्रधान राजकुमार ने मज़दूरों के पैसे न मिलने के आरोप लोग झूठा बताया है। कहा, कि सबको पेमेंट कर दी गयी है।
आगे कहा, क्योंकि वह दलित प्रधान है इसलिए लोगों द्वारा उन पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। वह मनरेगा के तहत काम करवा रहें थे तो उनसे 40 प्रतिशत कमीशन मांगा जा रहा है। न देने पर लोग झूठी शिकायतें करते हैं।
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जिला अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। अगर मजदूरों का पैसा बकाया है तो मजदूरों का पैसा दिलाया जाएगा। जॉब कार्ड धारकों के खाते में पैसे डाले जाएंगे।
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