13 जनवरी तक सभी पार्टियां कर सकती हैं अपने प्रत्याशियों की सूची ज़ारी।
यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख ज़ारी की जा चुकी है। भले ही यह डेट्स आधिकारिक रूप से अभी आईं हों लेकिन चुनाव की हलचल महीनों से चल रही है। देश में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।
जानकारी के अनुसार, यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 13 जनवरी तक सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों की सूची ज़ारी कर देगी। आज होने वाली मीटिंग में भाजपा कई प्रतिनिधियों के नाम चिन्हित करने वाली है। साथ ही, बीएसपी ने रविवार, 9 जनवरी को हुई अपनी मीटिंग में कुछ नाम फाइनल कर दिए हैं। यह कहा जा रहा है कि बीएसपी हर जिले से प्रतिनिधियों के नाम एक साथ ज़ारी करेगी। वहीं यह भी कहा गया कि कांग्रेस दो दिनों में अपनी प्रत्याशियों की लिस्ट फाइनल कर सकती है।
समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा फाइनल हो चुका है। कुछ बड़े चेहरों को सीट के लिहाज से समायोजित करने की देरी है। उसके बाद कैंडिडेट घोषित कर दिए जांएंगे। माना जा रहा है कि 13 जनवरी को पहले फेज़ के लिए कैंडिडेट के नाम घोषित कर दिए जाएंगे।
बीजेपी ने चुनाव में अपना दबदबा बनाने के लिए अपना दल, निषाद पार्टी और एनडीए के साथ गठबंधन किया है। वहीं बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस स्वत्रंत पार्टी के रूप में चुनाव लड़ेगी।
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बुंदेलखंड के चार जिले (बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर) में कब होंगे मतदान
बांदा – 23 फरवरी, चौथा चरण
चित्रकूट – 27 फरवरी, पांचवां चरण
महोबा और हमीरपुर- 20 फरवरी, तीसरा चरण
उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को पूरा हो रहा है। ऐसे में 14 मई से पहले हर हाल में विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है। उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं। बहुमत से जीतने के लिए 202 सीटों की ज़रुरत होगी। साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत हासिल हुई थी जिसके बाद योगी आदित्यनाथ, जो अभी पूर्व में यूपी के मुख्यमंत्री है, उनकी सरकार बनी थी।
चुनाव आयोग के हिसाब से पहले चरण की शुरुआत पश्चिमी यूपी से हो रही है। इस बार 1250 मतदाताओं पर एक बूथ बनाया गया है। पिछले चुनाव की तुलना में 16 फीसदी बूथ बढ़ गए हैं।
यूपी में 7 चरणों में होंगे मतदान, देखें विवरण
पहला चरण- 58 सीट
14 जनवरी को नोटिफिकेशन
21 जनवरी- लास्ट डेट नॉमिनेशन
10 फरवरी को मतदान
इन ग्यारह जिलों में होंगे मतदान
शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा, गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) और अलीगढ़
दूसरा चरण- 55 सीट
21 जनवरी नोटिफिकेशन
28 जनवरी लास्ट डेट नॉमिनेशन
14 फरवरी को मतदान
इन नौ जिलों में होंगे मतदान
सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर
तीसरा चरण- 59 सीट
25 जनवरी को नोटिफिकेशन
1 फरवरी- लास्ट डेट नॉमिनेशन
20 फरवरी को मतदान
इन सोलह जिलों में होंगे मतदान
कासगंज, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर
चौथा चरण- 60 सीट
27 जनवरी को नोटिफिकेशन
3 फरवरी- लास्ट डेट नॉमिनेशन
23 फरवरी को मतदान
इन नौ जिलों में होंगे मतदान
पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, बांदा
5वां चरण- 60 सीट
1 फरवरी को नोटिफिकेशन
8 फरवरी- लास्ट डेट नॉमिनेशन
27 फरवरी को मतदान
इन ग्यारह जिलों में होंगे मतदान
श्रावस्ती, बहराइच, बाराबंकी, गोंडा, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट, प्रयागराज
छठा चरण- 57 सीट
3 फरवरी को नोटिफिकेशन
11 फरवरी- लास्ट डेट नॉमिनेशन
3 मार्च को मतदान
इन दस जिलों में होंगे मतदान
बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, आंबेडकर नगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया
7वां चरण- 54 सीट
10 फरवरी को नॉमिनेशन
17 फरवरी- लास्ट डेट नॉमिनेशन
7 मार्च को मतदान
इन नौ जिलों में होंगे मतदान
आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, संत रविदास नगर, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र
1250 मतदाताओं पर होगा एक बूथ
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार 1250 मतदाताओं पर एक बूथ बनाया गया है। पिछले चुनाव की तुलना में 16 फीसदी बूथ बढ़ गए हैं। चुनाव आयोग ने सरकारी कर्मचारियों के अलावा 80 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों, दिव्यांगों और कोविड प्रभावित लोगों के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की है।
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कोविड संक्रमितों के घर जाएगी चुनाव आयोग (EC) की टीम
बताया गया कि सभी बूथ पर पुरुष और महिला सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। दिव्यांगों के लिए विशेष इंतजाम होंगे। हर बूथ पर वॉलन्टियर मदद करेंगे। व्हील चेयर भी हर बूथ पर होगी। कोविड प्रभावित या कोविड संदिग्ध के घर वीडियो टीम के साथ आयोग की टीम विशेष वैन से जाएगी और वोट डलवा कर आएगी। इन्हें बैलेट पेपर से वोट डालने का अधिकार मिलेगा।
इसके अलावा अपराधिक पृष्ठ भूमि के उम्मीदवारों के लिए अखबार टीवी, मीडिया और वेबसाइट के होम पेज पर तीन बार अलग-अलग चरणों पर जानकारी सार्वजनिक करनी होगी, ताकि जनता को पता चले कि उनके उम्मीदवार कैसे हैं?
पहली बार वोटर को चुनाव नियमों की पर्ची दी जाएगी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पहली बार वोटर को चुनाव नियमों की पर्ची दी जाएगी। उम्मीदवार सुविधा ऐप के जरिये ऑनलाइन नामांकन कर सकेंगे। चुनाव के दौरान किसी भी गलत गतिविधि के लिए स्विगिल (Cvigil) ऐप पर शिकायत दर्ज की जाएगी। इसके अलावा जीत के बाद जुलूस पर रोक रहेगी।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का ऐलान हो गया है। प्रदेश में 403 सीटों पर कुल सात चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। वहीं दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी, चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी, 5वें चरण का मतदान 27 फरवरी, छठे चरण का मतदान 3 मार्च और 7वें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा। वोटों की गिनती मतलब मतगणना 10 मार्च को होगी।
चुनावी राज्यों में आचार संहिता हुई लागू
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ इन राज्यों में आचार संहिता भी लागू कर दी है। आचार संहिता लागू होने से नेताओं और मौजूदा जनप्रतिनिधियों पर कई तरह की पाबंदियां लग जाती है। साथ ही प्रदेश में नए कार्यों पर भी रोक जाती है।
आचार संहिता लागू होने के बाद देखा गया कि लखनऊ में नगर निगम द्वारा राजैनितक पार्टी द्वारा लगाए गए बैनर, वॉल पेंटिंग, पोस्टर को 24 घंटों के अंदर हटा दिया गया।
आदर्श आचार संहिता क्या होती है?
आदर्श आचार संहिता राजनैतिक पार्टियों और चुनाव प्रत्याशियों के मार्गदर्शन के लिए तय किए गए कुछ नियम होते हैं, जिनका चुनाव के दौरान पालन किया जाना ज़रूरी होता है। चुनाव आयोग की तरफ से दी गई परिभाषा के अनुसार, आदर्श आचार संहिता राजनैतिक दलों और अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन के लिए निर्धारित किए गए मानकों का एक ऐसा समूह है जिसे राजनैतिक दलों की सहमति से तैयार किया गया है।
आम भाषा में कहा जाए तो आचार संहिता लागू होने के बाद नेताओं और मौजूदा जनप्रतिनिधियों पर कुछ पाबंदियां लग जाती है। लोक सभा चुनाव के दौरान यह पूरे देश में वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान यह प्रदेश में लागू हो जाती है। आचार संहिता में निर्धारित किया जाता है कि राजनीतिक दलों, निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों और सत्ताधारी दल को निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान कैसा व्यवहार करना चाहिए। इसमें बैठकें आयोजित करने, रैली, जुलूस, मतदान दिवस की गतिविधियां, सत्ताधारी दल के कामकाज से जुड़े नियम होते हैं।
अगर देखा जाए तो प्रदेश में आचार संहिता का लागू होना सही है क्यूंकि जिस तरह से हर राज्य में कोरोना और ओमीक्रॉन के मामले आये दिन बढ़ रहे हैं, ऐसे में रैली आदि चीज़ों पर रोक लगाने को अच्छा फैसला कहा जा सकता है।
बीजेपी की आज की बैठक में यह लोग रहेंगे शामिल
विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने पहले फेज के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए बैठक बुलाई है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक आज चार बजे यह अहम बैठक होगी। पार्टी की 24 सदस्यीय चुनाव समिति की बैठक में सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष, राधामोहन सिंह, सुनील बंसल, संजीव बालियान, अश्वनी त्यागी, राजवीर सिंह,विनोद सोनकर, ब्रजेश पाठक, बेबी रानी मौर्या, अरुण सिंह, रमापति त्रिपाठी, वाई सत्य कुमार, सुनील ओज, संजीव चौरसिया शामिल होंगे।
चुनाव स्थगित होने चाहिए – आगरा सामाजिक कार्यकर्ता
आगरा के सामाजिक कार्यकर्ता विजय उपाध्याय ने इण्डिया टुडे की 9 जनवरी की रिपोर्ट में बताया कि जब यूपी में साल 2021 में पंचायत चुनाव हुए थे तो कई
चुनाव कार्यकर्ताओं ने कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा दी थी। विजय ने आगे कहा कि “संविधान राष्ट्रपति को इन राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाने का अधिकार देता है अगर महामारी की वजह से चुनाव समय पर नहीं हो सकते हैं। इस शक्ति का इस्तेमाल किया जाना चाहिए; अगर चुनाव स्थगित नहीं किया गया, तो इससे लाखों लोगों की जान को खतरा होगा।”
अब यह देखना है कि बीजेपी इस चुनाव में पिछले चुनाव की तरफ दबदबा बना पाती है या फिर कोई और पार्टी इस बार बाज़ी मार जायेगी।
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