आगामी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में जीत पाने के लिए भाजपा और निषाद पार्टी में हुआ गठबंधन।
यूपी चुनाव (UP Election 2022) के लिए भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दोनों के गठबंधन (BJP Nishad Party Alliance) को ऐलान कर दिया गया है। बीजेपी और निषाद पार्टी की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी गई है। दोनों के साथ-साथ अपना दल भी गठबंधन में शामिल है। यह भी बताया गया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ-साथ निषाद पार्टी के संजय निषाद भी शामिल थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘मैं पिछले 3 दिन से यूपी में हूं, निषाद पार्टी के साथ हमारा गठबंधन और मजबूत होगा। 2022 का विधानसभा चुनाव
हम आपस में मिलकर मजबूती से लड़ेंगे। ये गठबंधन बीजेपी, निषाद पार्टी और अपना दल का है। ‘ प्रधान ने कहा कि 2022 चुनाव की तैयारी बीजेपी ने शुरू कर दी।
BJP will contest the 2022 Assembly polls in alliance with Nishad Party under the leadership of CM Yogi Adityanath and PM Narendra Modi: UP BJP chief Swatantra Dev Singh in Lucknow pic.twitter.com/zzuJSCgkCP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 24, 2021
सहयोगी दलों को मिलेंगी सम्मानजनक सीटें – प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बीजेपी गठबंधन यूपी चुनाव को पीएम मोदी और सीएम योगी के नाम पर लड़ेगी। वह बोले, ‘जनता को पीएम मोदी और सीएम योगी के काम पर पूरा भरोसा है। गठबंधन में शामिल निषाद पार्टी और अपना दल को कितनी सीटें मिलेंगी? इस पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘सीएम योगी हमारे नेता हैं, सहयोगी की सीटें सम्मान जनक होगी।’
निषाद पार्टी को भाजपा देगी एमएलसी की एक सीट
बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में निषाद पार्टी को गठबंधन के साथ ही विधान परिषद की खाली 4 सीटों में से एक सीट देने पर सहमति बनी है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के चुनाव प्रभारियों ने रोड मैप तैयार किया है। सभी 6 सह-प्रभारी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ ही जिला समन्वय समिति, जिला चुनाव संचालन के साथ बैठक करेंगे।
निषाद समुदाय का पूर्वांचल के 16 जिलों में प्रभाव
भाजपा और निषाद पार्टी के एक साथ आने से पूर्वांचल में स्थिति मजबूत होगी। गंगा के किनारे वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाके में निषाद समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है। साल 2016 में गठित निषाद पार्टी का खासकर निषाद, केवट, मल्लाह, बेलदार और बिंद बिरादरियों में अच्छा असर माना जाता है। गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, जौनपुर, संत कबीरनगर, बलिया, भदोही और वाराणसी समेत 16 जिलों में निषाद समुदाय के वोट जीत-हार में बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। संजय निषाद दावा करते हैं कि प्रदेश की 100 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर निषाद वोट जिताने या हराने की ताकत रखता है।
फैसले से पहले सीएम के आवास पर हुई थी बैठक
मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर गुरुवार देर शाम तक भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई थी। इसमें योगी आदित्यनाथ के साथ ही प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल शामिल हुए थे। इस बैठक में आगामी अभियान और कार्यक्रमों के अलावा निषाद पार्टी के संबंध में भी बैठक में विचार-विमर्श किया गया था।
( इस खबर का इनपुट आजतक से लिया गया है।)
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