खबर लहरिया जिला ये कैसा रिवाज़ है जहाँ गर्भवती महिला के बच्चा होने के 3 महीने बाद तक होती है छुआछूत

ये कैसा रिवाज़ है जहाँ गर्भवती महिला के बच्चा होने के 3 महीने बाद तक होती है छुआछूत

महोबा जिले के गाँव बम्हारी खुर्द आज भी हर घर में जिसका बच्चा होता है तो उनके यहाँ लगभग 3 माह तक पानी भी नहीं पीते है यहाँ तक की उनसे कोई सामान तक नहीं छूने देते है और नहीं खाना बनाने देते बैड पर ही सब कुछ ला कर दिया जाता है बड़े बुजर्ग का मानना है कि ये हमारा पुरखो से चलता आ रहा इस नियम तोड़ नहीं सकते है|

ये अगर इसमें हम लोग उन से कुछ खाना बनवा लेते है तो हम लोगो को एक डर होता है की कुछ गलत ना हो जाए कोई बीमार ना हो जाए इस डर के वजह से हम लोग कुछ छूने नहीं देते है गाँव बम्हारी खुर्द में आज भी बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं से कोई काम नहीं करवाया जाता लोगों की यह सोच है की यदि वह कोई काम करेगी तो परिवार में कुछ भी बुरा हो सकता है |

आज भी इस मानसिकता और अन्धविश्वास की सोच के साथ लोग जी रहे है एक तरफ उसे जननी का दर्जा दिया जा रहा है दूसरे तरफ उसी जननी को छुआ छूत के नाम पर परिवार से दूर भी रखा जा रहा है |